अब तक 3205 स्कूलों को मिल चुका है अनुदान, करीब 70 करोड़ रुपये खर्च कर चुकी है राज्य सरकार
शिव कुमार राउत, कोलकाताराज्य में सौ साल पुराने स्कूलों के जीर्णोद्धार के लिए राज्य सरकार की ओर से अनुदान दिया जा रहा है. राज्य भर में ऐसे 3205 स्कूलों को चिह्नित कर सरकारी अनुदान दिया जा चुका है. यह जानकारी मंगलवार को राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु ने दी. वह मंगलवार को विधानसभा के विशेष सत्र के प्रश्नकाल में हावड़ा के आमता से तृणमूल विधायक सुकांत कुमार पाल द्वारा पूछे गये एक सवाल के जवाब में ये बातें कहीं. सदन में शिक्षा मंत्री ने जिलेवार एक सूची भी रखी. उन्होंने बताया कि, 100 पुराने स्कूलों की मरम्मत सह विकास संबंधित अन्य कार्यों के लिए 31 मार्च 2025 तक 68.80 करोड़ का अनुदान सरकार ने स्कूलों को दिये हैं. राज्य सरकार ने स्कूलों के जीर्णोद्धार के लिए सबसे अधिक पुरुलिया जिले में 384 स्कूलों के लिए 701 करोड़ रुपये का अनुदान दिया है. शिक्षा मंत्री ने बताया कि स्कूलों को अनुदान देने की योजना जारी है, जिसके तहत 100 वर्ष पुराने कुछ और स्कूलों को चिह्नित किया जायेगा.
बांग्ला शिक्षा पोर्टल पर सौ वर्ष पुराने स्कूलों का इतिहास :
इसके साथ ही उन्होंने सदन को बताया कि 100 वर्ष पुराने स्कूलों का इतिहास बांग्ला शिक्षा पोर्टल पर भी उपलब्ध कराया जायेगा. इसके लिए जिला सूचना व सांस्कृतिक कार्यालय (डीआइसीओ) ऐसे स्कूलों से संबंधित इतिहास उपलब्ध कराये जाने का निर्देश दिया गया है.किस जिले में कितने स्कूलों को मिला अनुदान
जिला स्कूल अनुदान (रुपये में)अलीपुरद्वार 2 13 लाखबांकुड़ा 86 दो करोड़ 97 लाख बीरभूम 77 एक करोड़ 28 लाख कूचबिहार 86 एक करोड़ 75 लाखद दिनाजपुर 44 76 लाख दार्जिलिंग 62 एक करोड़ 38 लाखहुगली 205 पांच करोड़ 48 लाखहावड़ा 219 तीन करोड़ 67 लाखजलपाईगुड़ी 64 चार करोड़ 21 लाखझाड़ग्राम 65 चार करोड़ 99 लाखकालिम्पोंग 12 65 लाखकोलकाता 207 तीन करोड़ 53 लाखमालदा 48 एक करोड़ 34 लाखमुर्शिदाबाद 73 एक करोड़ 21 लाखनदिया 137 दो करोड़ 96 लाखउ 24 परगना 144 दो करोड़ 39 लाखपश्चिम बर्दवान 34 53 लाखप मेदिनीपुर 278 चार करोड़ 19 लाखपूर्व बर्दवान 156 दो करोड़ 56 लाखपूर्व मेदिनीपुर 694 12 करोड़ 25 लाख पुरुलिया 384 सात करोड़ एक लाखसिलीगुड़ी 03 18 लाख द 24 परगना 125 पांच करोड़ दो लाखडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

