हुगली. मोंथा चक्रवात की वजह से लगातार हो रही बारिश के बीच बैद्यवाटी नगरपालिका क्षेत्र के हाथीशाला घाट में एक शव के भीगने की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल होने से राजनीतिक माहौल गरमा गया है. वायरल तस्वीर के बाद एक व्यक्ति ने फेसबुक पर पोस्ट कर नगरपालिका प्रशासन को कठघरे में खड़ा कर दिया, जिसके बाद सत्तारूढ़ दल और विपक्ष आमने-सामने आ गये हैं. पालिका प्रशासन ने इस पोस्ट को अफवाह फैलाने की साजिश बताते हुए संबंधित व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है. चेयरमैन पिंटू महतो ने बताया कि इस संबंध में पालिका के लाॅ ऑफिसर से परामर्श किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि बार-बार गलत जानकारी फैलाकर पालिका को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है. इधर, भाजपा ने आरोप लगाया है कि हाथीशाला घाट के पुनर्निर्माण के लिए करोड़ों रुपये स्वीकृत होने के बावजूद वहां अब तक न तो कोई उचित ढांचा बना है और न ही बारिश से बचाव के लिए शेड की व्यवस्था की गयी है. भाजपा के जिला सचिव हरि मिश्रा ने कहा कि लोगों की अंतिम यात्रा में भी अब शांति नहीं बची है. यह सरकार लकड़ी और पैसे खाने में व्यस्त है, जनता की तकलीफ से इसे कोई सरोकार नहीं है. वहीं, जवाब में चेयरमैन पिंटू महतो ने बताया कि हाथीशाला घाट का पुनर्निर्माण केएमडीए की परियोजना के तहत दो करोड़ 90 लाख रुपये की लागत से किया जा रहा है. उनके अनुसार शव रखने के लिए एक छोटा कमरा पहले ही तैयार कर लिया गया है. खुले मैदान में दाह-संस्कार के लिए लकड़ियां रखी गयी हैं. अचानक मूसलाधार बारिश शुरू हो जाने से असुविधा हुई, जिसे तथाकथित फेसबुक के नेता ने राजनीतिक मुद्दा बना लिया. महतो ने आगे कहा कि पुरानी इलेक्ट्रिक शवदाह भट्ठी करीब 35 साल पुरानी थी और अक्सर खराब हो जाती थी. विधायक अरिंदम गुईन तथा उन्होंने स्वयं केएमडीए से दो नयी इलेक्ट्रिक शवदाह भट्ठियां बनाने का अनुरोध किया था, जो अब मंजूर हो चुका है और जल्द ही काम शुरू होनेवाला है. इसके लिए जगह बनायी जा रही है. उन्होंने स्पष्ट किया कि फिलहाल पुरानी भट्ठी की 13 लाख रुपये की लागत से मरम्मत की गयी है, जो लगभग एक वर्ष तक चलने की उम्मीद है. नयी भट्ठियां बन जाने के बाद पुराने ढांचे को तोड़ दिया जायेगा और वहां एक नयी भट्ठी का निर्माण होगा. चेयरमैन ने कहा कि नगरपालिका में कांग्रेस, माकपा और फॉरवर्ड ब्लॉक के पार्षद भी हैं, लेकिन उन्होंने कभी पालिका प्रशासन पर आरोप नहीं लगाया. जो लोग जनता से कटे हुए हैं, वही सोशल मीडिया में सस्ती लोकप्रियता पाने की कोशिश कर रहे हैं. सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीर की सत्यता की पुष्टि प्रभात खबर नहीं करता है.
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