भरूच से 4000 मीट्रिक टन हिल्सा पहुंची हावड़ा, दाम भी सस्ता
हावड़ा. इस बार राज्य में बारिश और प्राकृतिक बाधाओं के चलते हिल्सा मछली का उत्पादन कम हुआ है. काकद्वीप, डायमंड हार्बर, दीघा और शंकरपुर जैसे तटीय इलाकों में हिल्सा की आपूर्ति घट गयी है, लेकिन इस कमी को गुजरात ने पूरा कर दिया है. फिश इम्पोर्टर्स एसोसिएशन के सचिव सैयद अनवर मकसूद ने बताया कि हर साल गुजरात के भरूच से 500 से 1000 मीट्रिक टन हिल्सा बंगाल आता है, लेकिन इस बार रिकॉर्ड 4000 मीट्रिक टन हिल्सा हावड़ा मछली बाजार पहुंची है. अनवर मकसूद के अनुसार भरूच से आनेवाली हिल्सा मछली की कीमत भी आम उपभोक्ताओं की पहुंच में है. अंडा वाली हिल्सा मछली की कीमत 300 से 400 रुपये प्रति किलो और बिना अंडा वाली हिल्सा की कीमत 800 से 900 रुपये प्रति किलो है. वर्तमान में हावड़ा मछली बाजार में रोजाना औसतन 150 से 200 मीट्रिक टन हिल्सा पहुंच रही है, जो आगे कोलकाता और हावड़ा के सियालदह, मानिकतला, लेक मार्केट, दमदम, गरियाहाट, सॉल्टलेक और बेहला जैसे बड़े बाजारों में पहुंच रही है.
उन्होंने कहा कि आनेवाले दिनों में गुजरात से हिल्सा मछलियों की आवक धीरे-धीरे कम हो जायेगी. अब मछली प्रेमी बांग्लादेश की पद्मा नदी की हिल्सा का इंतजार कर रहे हैं, जिसकी मांग और स्वाद दोनों ही खास माने जाते हैं.
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