प्रतिनिधि, खड़गपुर.
खड़गपुर महकमा अस्पताल के समीप धोबीघाट इलाके में जमा हो रहा कूड़े का बढ़ता ढेर स्थिति को और चिंताजनक बना रहा है. स्थानीय लोगों के अनुसार, इस कचरे से लगातार बदबू फैल रही है और अक्सर कूड़े में आग लग जाती है या कोई आग लगा देता है. इस कारण उठने वाला जहरीला धुआं वातावरण को अत्यधिक प्रदूषित कर रहा है और आसपास के लोगों के साथ-साथ अस्पताल में भर्ती मरीजों के स्वास्थ्य पर भी गंभीर असर डाल रहा है. अस्पताल के सुपर गौतम माइति ने बताया कि यह भयंकर प्रदूषण मरीजों के लिए बेहद हानिकारक है. इस मुद्दे पर कई बार रेल प्रशासन और नगरपालिका को अवगत कराया जा चुका है. उन्होंने चेतावनी दी कि सर्दियों में यह जहरीला धुआं क्षेत्र के और अधिक लोगों में श्वसन संबंधी समस्याएं पैदा कर सकता है.
इधर, पर्यावरण प्रदूषण के मुद्दे पर खड़गपुर नगरपालिका और रेल प्रशासन के बीच आरोप-प्रत्यारोप तेज हो गया है. स्थानीय निवासियों का कहना है कि नगरपालिका के पास लगभग 70 वर्ष पुराना कोई स्थायी डंपिंग ग्राउंड नहीं है, जिसके कारण कचरा निस्तारण की समस्या लगातार बढ़ रही है. खड़गपुर नगरपालिका की चेयरपर्सन कल्याणी घोष ने बताया कि जहां कचरा फेंका जा रहा है, वह रेल प्रशासन की जमीन है और कचरा भी रेल की ओर से ही वहां डाला जा रहा है. इस संदर्भ में वह रेल विभाग को पत्र भेजने की बात कहती हैं. दूसरी ओर, रेल अधिकारियों से संपर्क करने के प्रयास के बावजूद कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी. गौरतलब है कि खड़गपुर शहर में वायु प्रदूषण लगातार भयावह रूप ले रहा है. औद्योगिक इकाइयों से निकलने वाले धुएं के कारण महानगर का वायु गुणवत्ता सूचकांक 200 के करीब पहुंच गया, जो जन-स्वास्थ्य के लिए अत्यंत खतरनाक माना जाता है.
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