कोलकाता
. राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने दुर्गापुर की सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता को शैक्षणिक राहत मुहैया कराने और सुरक्षा बढ़ाने की सिफारिश की है, ताकि उसकी शिक्षा में आये व्यवधान को रोका जा सके और उसकी भलाई सुनिश्चित की जा सके. आयोग की अध्यक्ष विजया रहाटकर ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को सिफारिशें भेजी है, जिनमें इस घटना के कारण सदमा झेल रही पीड़िता को होने वाले शैक्षणिक व्यवधान को दूर करने की तत्काल आवश्यकता पर बल दिया गया है. ये सिफारिशें एनसीडब्ल्यू सदस्य अर्चना मजूमदार द्वारा दुर्गापुर में तथ्यों का पता लगाने के लिए किये गये दौरे के बाद की गयी हैं. एनसीडब्ल्यू ने कहा, ””चूंकि पीड़िता आघात के कारण अपनी आगामी परीक्षा देने में असमर्थ हो सकती है, इसलिए राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग (एनएमसी) और विश्वविद्यालय के अधिकारियों को शैक्षणिक नुकसान को रोकने के लिए एक विशेष परीक्षा की व्यवस्था करनी चाहिए.”” एनसीडब्ल्यू ने कहा कि पीड़िता की दीर्घकालिक भलाई और शैक्षिक निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए वह उसके संस्थान को बदलने में सहायता करेगा.बयान में कहा गया है, ””यदि पीड़िता अपने वर्तमान संस्थान में अपनी पढ़ाई जारी रखने में सुरक्षित महसूस नहीं करती है, तो एनएमसी और राज्य सरकार को संयुक्त रूप से उसकी सुरक्षा, सुविधा और शिक्षा की निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए उसे वैकल्पिक मेडिकल कॉलेज में स्थानांतरित करने की व्यवस्था करनी चाहिए.”” ये अकादमिक सुझाव आयोग द्वारा जारी किये गये व्यापक 11-सूत्री निर्देश का हिस्सा हैं, जिसमें इस भयावह घटना की निंदा की गयी है. सिफारिशों में अस्पताल द्वारा सुरक्षा ऑडिट रिपोर्ट प्रस्तुत करना तथा एनएमसी को एक महीने के भीतर बुनियादी ढांचे, सुरक्षा और वैधानिक आवश्यकताओं के अनुपालन की पुष्टि के लिए मेडिकल कॉलेज का तत्काल निरीक्षण करने का निर्देश देना शामिल है.
रहाटकर ने अपराध पर गहरा क्षोभ व्यक्त किया और तत्काल एवं मिसाल बनने योग्य कार्रवाई का आह्वान किया तथा इस बात पर बल दिया कि किसी भी परिस्थिति में महिलाओं की सुरक्षा से समझौता नहीं किया जा सकता. एनसीडब्ल्यू ने परिसर में एक पुलिस चौकी की स्थापना तथा संपर्क मार्गों पर उचित प्रकाश की व्यवस्था और सीसीटीवी कैमरे लगाने का सुझाव भी दिया है.ओडिशा राज्य महिला आयोग की टीम ने की पीड़िता से की भेंट : दुर्गापुर. मेडिकल की छात्रा के साथ हुई दुष्कर्म की घटना के विरोध में राज्यभर में जारी आंदोलन सोमवार को दुर्गापुर आईक्यू सिटी अस्पताल तक पहुंचा. ओडिशा राज्य महिला आयोग की टीम ने भी अस्पताल पहुंचकर पीड़िता से जानकारी ली, लेकिन उन्हें सुरक्षा गार्डों द्वारा बाधाओं का सामना करना पड़ा. सोमवार को दुर्गापुर एवं कोलकाता से आये विभिन्न सामाजिक और राजनीतिक संगठनों ने संयुक्त रूप से अस्पताल परिसर में प्रवेश कर प्रिंसिपल को ज्ञापन सौंपने का प्रयास किया. गार्डों ने बैरिकेडिंग कर प्रतिनिधिमंडल को रोक दिया, जिससे परिसर में गहमा गहमी और झड़प हुईं, जिसमें कुछ आंदोलनकारी चोटिल हुए. अंततः चार प्रतिनिधियों को प्रवेश की अनुमति मिली और ज्ञापन अस्पताल सुपर ने स्वीकार किया, लेकिन प्रिंसिपल प्रतिनिधियों से नहीं मिलीं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

