कोलकाता. आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में दुष्कर्म व हत्या की शिकार प्रशिक्षु महिला चिकित्सक के माता-पिता द्वारा सुरक्षा मुहैया कराने की अपील के जवाब में राष्ट्रपति भवन ने पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव मनोज पंत को मामले पर गौर करने का निर्देश दिया है. अभया (मृतका का काल्पनिक नाम) के पिता ने 10, 11 और 12 अगस्त को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को तीन ईमेल लिखे, जिनमें आरोप लगाया गया कि उन्हें अत्यधिक यातना और अस्तित्व का खतरा झेलना पड़ रहा है. उन्होंने कहा: हमने सब कुछ खो दिया है. यह आपके कार्यालय को हमारा तीसरा ई-मेल है. कृपया जवाब दें. मुख्य सचिव को 14 अगस्त को भेजे गये ईमेल में राष्ट्रपति भवन ने कहा: संलग्न ईमेल याचिका भारत की राष्ट्रपति को संबोधित है. कृपया याचिका पर की गयी कार्रवाई से याचिकाकर्ता को सीधे अवगत कराया जाये. राष्ट्रपति सचिवालय के अवर सचिव गौतम कुमार द्वारा भेजे गये ईमेल में यह भी कहा गया है, ‘याचिकाकर्ता से अनुरोध है कि वह मामले में आगे की जानकारी के लिए सीधे प्राप्तकर्ता (जिसके पास याचिका भेजी गयी है) से संपर्क करे. पीड़िता के पिता ने बताया कि अब उन्हें इस मामले में उचित कार्रवाई की उम्मीद है. उन्होंने कहा: उम्मीद है कि चीजें आगे बढ़ेंगी.
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