संवाददाता, कोलकाता
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) दक्षिण बंगाल सीमांत के जवानों ने उत्तर 24 परगना, नदिया, मुर्शिदाबाद और मालदा स्थित भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा के अलग-अलग क्षेत्रों में अभियान चलाकर तस्करों के चंगुल से 16 मवेशियों को मुक्त कराया.
साथ ही 851 प्रतिबंधित फेंसिडील की बोतलें, 12.15 किलोग्राम गांजा और 16 फिश पिन बॉल भी जब्त किया.बीएसएफ के एक अधिकारी ने बताया कि सोमवार व मंगलवार की दरमियानी रात में मालदा में भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बीएसएफ की 88वीं वाहिनी की सीमा चौकी एचसीपुर में तैनात एक जवान ने भारत की ओर से तीन-चार तस्करों को मवेशियों के साथ सीमा रेखा की ओर तेजी से बढ़ते हुए देखा. जवान ने तुरंत सतर्कता दिखाते हुए अपने साथी जवानों को अलर्ट किया और तस्करों रुकने की चुनौती दी.
तस्करों ने चेतावनी को नजरअंदाज किया और हाथ में धारदार हथियार लिए आक्रामक तरीके से मवेशियों को सीमा रेखा की ओर ले जाने लगे. स्थिति की गंभीरता को भांपते हुए जवान ने आत्मरक्षा और अवैध गतिविधि को रोकने के लिए सुरक्षित दूरी से पीएजी के दो राउंड फायर किये. गोलियों की आवाज से घबराए तस्कर हड़बड़ाहट में मवेशियों को छोड़कर अंधेरे का फायदा उठाते हुए तेजी से भारत की ओर भाग निकले. इलाके की गहन तलाशी के बाद बीएसएफ जवानों ने सात मवेशियों को बरामद किया, जिन्हें सुरक्षित रूप से बीओपी एचसीपुर लाया गया.
बीएसएफ की 88वीं बटालियन के जवानों ने सीमा चौकी एचसीपुर के अलावा, सीमा चौकी आगरा में भी मुस्तैदी दिखाते हुए तीन और मवेशियों को तस्करों के चंगुल से मुक्त कराया. इसी दिन अन्य घटनाओं में बीएसएफ के सतर्क जवानों ने भारत बांग्लादेश अंतराष्ट्रीय सीमा के मालदा जिले में दो और नदिया में भी चार मवेशियों को तस्करों के चंगुल से छुड़ाया.
इसके अलावा नशे के खिलाफ कार्रवाई के तहत अलग-अलग अभियानों में 851 प्रतिबंधित फेंसेडिल की बोतलें बरामद की गयीं. वहीं, उत्तर 24 परगना से 16 फिश पिन बॉल भी जब्त की गयीं. जब्त सामान को आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए संबंधित विभाग को सौंप दिया गया है व छुड़ाये गये मवेशियों को ई-टैगिंग के बाद ध्यान फाउंडेशन को सौंप दिया जायेगा.
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