भारत-बांग्लादेश सीमा पर सतर्कता
कोलकाता. बांग्लादेश में मौजूदा अराजकता की स्थिति के मद्देनजर भारत-बांग्लादेश सीमा से सटे इलाकों में सुरक्षा और कड़ी कर दी गयी है. मौजूदा हालात के बीच सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के महानिदेशक (डीजी) प्रवीण कुमार अचानक उत्तर बंगाल पहुंचे. उन्होंने भारत-बांग्लादेश सीमा की जमीनी स्थिति की समीक्षा की और बीएसएफ अधिकारियों व जवानों को किसी भी परिस्थिति के लिए पूरी तरह तैयार रहने का निर्देश दिया. महानिदेशक कुमार ने बल के उत्तर बंगाल फ्रंटियर के आइजी मुकेश त्यागी के साथ लंबी बैठक की. बैठक में यह आकलन किया गया कि किन इलाकों में अब भी कंटीले तार नहीं लग पाये हैं, कहां जमीन की कमी के कारण वहां की सुरक्षा व्यवस्था के हालात क्या हैं और मौजूदा समय में घुसपैठ की स्थिति कैसी है. हाल के हफ्तों में बांग्लादेश में भारत विरोधी गतिविधियों में इजाफा देखा गया है. उत्तर बंगाल सीमा से कुछ किलोमीटर दूर बांग्लादेश स्थित लालमनीरहाट और ठाकुरगांव इलाके में सैन्य ढांचे के विस्तार की खबरों के बीच गृह मंत्रालय इस पूरे क्षेत्र को लेकर अतिरिक्त सतर्क है. इसी पृष्ठभूमि में बीएसएफ प्रमुख का यह दौरा अहम माना जा रहा है.
महानिदेशक ने सीमा पर बीएसएफ के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने, तकनीकी खामियों को जल्द दूर करने और निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिये हैं. जिन इलाकों में घुसपैठ या कट्टरपंथी गतिविधियों का खतरा ज्यादा है, वहां अतिरिक्त जवानों की तैनाती पर भी चर्चा हुई है. बीएसएफ, उत्तर बंगाल फ्रंटियर के तहत उत्तर दिनाजपुर, दक्षिण दिनाजपुर, दार्जिलिंग, अलीपुरदुआर और जलपाईगुड़ी जिलों की सीमा आती है. करीब 1303 किलोमीटर लंबी इस सीमा पर सुरक्षा एजेंसियां भी विशेष नजर बनाये हुए हैं.
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