कोलकाता. राज्य में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) कार्य में लगे बूथ स्तरीय अधिकारियों (बीएलओ) के एक समूह ने गणना प्रक्रिया के दौरान कथित अत्यधिक कार्यभार को लेकर सोमवार को यहां मुख्य चुनाव अधिकारी (सीइओ) कार्यालय के बाहर जमकर विरोध प्रदर्शन किया. इसके बाद तनाव की स्थिति हो गयी और मौके पर अधिक संख्या में पुलिस बलों को तैनात किया गया. नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी के नेतृत्व में भाजपा का प्रतिनिधिमंडल चुनाव अधिकारियों के साथ बैठक के लिए जैसे ही सीइओ कार्यालय पहुंचा, प्रदर्शनकारियों ने अपना प्रदर्शन तेज कर दिया और गो- बैक का नारा लगाते हुए पुलिस बैरिकेड तोड़ने का प्रयास किया. स्थिति तनावपूर्ण हो गयी. प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच काफी देर तक धक्का-मुक्की होने का सिलसिला जारी रहा. हालात को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी. हालांकि इस प्रदर्शन का असर बैठक पर नहीं पड़ा. भाजपा विधायकों ने अधिकारियों के साथ बैठक पूरी की. वहीं, पुलिस ने सुरक्षा के लिहाज से शुभेंदु अधिकारी के आने से पहले कई स्तर पर बैरिकेड लगाये थे और अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया था. भाजपा प्रतिनिधिमंडल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीइओ) कार्यालय परिसर में प्रवेश करने के कुछ ही मिनट बाद प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड तोड़ने की कोशिश की और इस बात पर जोर दिया कि उन्हें भी ज्ञापन सौंपने के लिए अंदर जाने दिया जाये. बीएलओ अपनी विभिन्न मांगों को लेकर पिछले कुछ दिनों से सीइओ कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. बीएलओ फोरम के सदस्य काम के दबाव का हवाला देते हुए एसआइआर की समय सीमा में दो महीने का विस्तार तथा मृत बीएलओ के परिजनों को मुआवाजा देने की मांग कर रहे हैं. वहीं, अधिकारियों का कहना है कि अब तक के धरने में असली बीएलओ की सीमित भागीदारी देखी गयी थी, लेकिन गतिरोध बढ़ने के साथ भीड़ बढ़ती गयी. चुनाव अधिकारियों ने विरोध प्रदर्शनों पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.
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