कानून-व्यवस्था पर विपक्ष के आरोपों का किया खंडन
संवाददाता, कोलकाता.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को भाजपा पर चुनावों के दौरान भ्रामक सूचना फैलाकर लोगों को बांटने की कोशिश करने का आरोप लगाया और कहा कि यह राज्य देश में सबसे सुरक्षित है. कोलकाता के जानबाजार में काली पूजा के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि कुछ लोग केवल चुनावों के दौरान ही राज्य का दौरा करते हैं और प्रदेश की छवि खराब करने के लिए कानून-व्यवस्था के बारे में झूठे दावे करते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘कुछ लोग केवल चुनाव नजदीक आने पर ही आते हैं. वे झूठ फैलाते हैं और लोगों को बांटने की कोशिश करते हैं. आप कहते हैं कि बंगाल सुरक्षित नहीं है, लेकिन क्या राज्य में लोग स्वतंत्र और सुरक्षित रूप से नहीं घूमते?’’ उन्होंने राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के नवीनतम आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि कोलकाता को सबसे सुरक्षित महानगर बताया गया है. उन्होंने लोगों से कहा, ‘‘खुद से ईमानदारी से पूछें, आपका अपना अनुभव क्या है? यहां लोग शांति और सद्भाव के साथ रहते हैं.’’
दुर्गापुर में एक छात्रा के साथ कथित बलात्कार के हालिया मामले का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मैं नहीं चाहती कि एक भी घटना हो, लेकिन अगर कुछ होता है, तो हम तुरंत कार्रवाई करते हैं. दूसरे राज्यों में भी ऐसे कई मामले हैं, जहां पीड़ितों और उनके परिवारों को न्याय तक नहीं मिलता.’’ भाजपा का नाम सीधे तौर पर लिये बिना ममता ने विपक्षी दलों पर योग्य उम्मीदवारों को दी गयी नौकरियों को रद्द करने के लिए अदालत का रुख करके राज्य के खिलाफ साजिश करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, ‘‘कुछ लोग अदालत जाते हैं और शिक्षित युवाओं की नौकरियां छीनने की कोशिश करते हैं, लेकिन हम जनता के लिए काम करते हैं और वे हमें रोक नहीं सकते. हमें उनके एजेंडे को हराना होगा.’’ उनकी यह टिप्पणी राज्य भर्ती आयोगों द्वारा कथित अनियमितताओं के खिलाफ याचिकाओं के बाद कई शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों की भर्ती रद्द करने के अदालती आदेशों की पृष्ठभूमि में आयी है.
गिरीश पार्क फाइव स्टार स्पोर्टिंग क्लब में आयोजित एक अन्य काली पूजा कार्यक्रम में ममता बनर्जी ने राजनीतिक विरोधियों पर भ्रामक सूचना फैलाने के लिए फर्जी तस्वीरों और फोटोशॉप की गयी सामग्री के इस्तेमाल का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, ‘‘वे झूठ फैलाते हैं, फोटो सेशन में हिस्सा लेते हैं, लेकिन कभी लोगों के साथ नहीं होते. उनका प्रचार विफल हो जाता है, क्योंकि जनता फर्जी बयानों को पहचान लेती है.’’ भाजपा नेताओं के राज्य के हालिया दौरों पर परोक्ष रूप से कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘वे चुनावों के दौरान झुंड में आते हैं और अपना एजेंडा आगे बढ़ाने के लिए बाहरी लोगों को इलाकों में लाते हैं. हमें उनकी चालों में नहीं फंसना चाहिए.’’
हमेशा भारत की विविधता में एकता के अनूठे सिद्धांत की बात करने वाले स्वामी विवेकानंद के उपदेशों का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘बंगाल सार्वभौमिक भाईचारे की परंपरा का उदाहरण है, जहां दुर्गा पूजा, काली पूजा, दिवाली, छठ, क्रिसमस, गंगासागर और ईद जैसे त्योहार समान उत्साह के साथ मनाये जाते हैं.’’
उन्होंने कहा, ‘‘धर्म का अर्थ मानवता है, धर्म का अर्थ लोगों को बांटना और नफरत फैलाना नहीं है.’’
दिवाली और काली पूजा समारोहों के दौरान सुरक्षा मानदंडों का पालन करने का आग्रह करते हुए उन्होंने आयोजकों और नागरिकों से दुर्घटनाओं से बचने के लिए पटाखों से संबंधित दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की. उन्होंने कहा, ‘‘हमारे उत्सव किसी और के लिए शोक में न बदल जायें. कृपया प्रशासन के साथ सहयोग करें.’’
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