2026 विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक हलचल तेज
हल्दिया. 2026 के विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए नंदीग्राम में तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच राजनीतिक खींचतान लगातार तेज हो रही है. इसी बीच रविवार को तृणमूल को बड़ी राजनीतिक सफलता मिली, जब नंदीग्राम ब्लॉक-1 के गोकुलनगर इलाके के 11 परिवार (करीब 50 लोग) भाजपा छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गये. गोकुलनगर छह नंबर क्षेत्र के वृंदावनचक दक्षिण 261 नंबर बूथ इलाके के ये सभी परिवार भाजपा छोड़कर तृणमूल के झंडे तले आ गये. गोकुलनगर स्थित तृणमूल पार्टी कार्यालय में तमलुक जिला तृणमूल के अध्यक्ष सुजीत कुमार राय ने सभी नवनियुक्त कार्यकर्ताओं को पार्टी का झंडा थमाकर सदस्यता दिलायी. इस अवसर पर नंदीग्राम ब्लॉक-1 तृणमूल कोर कमेटी सदस्य बाप्पादित्य गर्ग, शेख सूफियान सहित कई स्थानीय नेता मौजूद थे. गौरांग घोराई, शंभू घोराई, काजल चिति, सुहाशिनी घोष समेत 11 परिवारों ने तृणमूल की सदस्यता ग्रहण की. शामिल होने वाले लोगों ने कहा कि वे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कार्यों से प्रभावित हैं और क्षेत्र के विकास के लिए तृणमूल में आये हैं. इस मौके पर जिला तृणमूल अध्यक्ष सुजीत कुमार राय ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के विकास कार्यों और भाजपा की सांप्रदायिक राजनीति से नाराज होकर पूरे राज्य में लोग भाजपा छोड़कर तृणमूल में आ रहे हैं. नंदीग्राम भी इससे अलग नहीं है. भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी चाहे जितना दावा करें, ममता बनर्जी चौथी बार भी मुख्यमंत्री बनेंगी और शुभेंदु को हार का सामना करना पड़ेगा. वहीं, भाजपा ने इस दलबदल को सिरे से खारिज कर दिया है. तमलुक जिला भाजपा के सचिव प्रलय पाल ने इसे राजनीतिक दिखावा बताते हुए कहा कि जो लोग तृणमूल में गये हैं, उनका राजनीतिक वजन खुद सोचने की बात है. तृणमूल के नेता सिर्फ आइपैक को खुश करने के लिए अपने ही लोगों को पार्टी में शामिल करा रहे हैं. इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा. 2026 में भाजपा की सरकार बननी तय है, बस समय की प्रतीक्षा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

