संवाददाता, बैरकपुर.
शिक्षक नियुक्ति घोटाले में मंत्री चंद्रनाथ सिन्हा की जमानत पर बैरकपुर के पूर्व सांसद अर्जुन सिंह ने सवाल उठाये. राज्य के जेल और सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्योग मंत्री चंद्रनाथ सिन्हा ने शनिवार को शिक्षक नियुक्ति घोटाले के मामले में कोलकाता की विशेष प्रवर्तन निदेशालय अदालत में आत्मसमर्पण किया और अदालत ने ईडी की हिरासत की मांग को ठुकराते हुए मंत्री को सशर्त जमानत दे दी.
इस संबंध में बैरकपुर के भाजपा नेता व पूर्व सांसद अर्जुन सिंह ने कारागार मंत्री की जमानत पर राज्य की निचली अदालत को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि कानून मंत्री मलय घटक अपने कानून सचिव के माध्यम से राज्य की निचली अदालत को नियंत्रित कर रहे हैं. उनका दावा है कि ईडी, सीबीआइ या एनआइए द्वारा जांच किये जा रहे मामलों को दूसरे राज्यों में स्थानांतरित कर देना चाहिए, क्योंकि दूसरे राज्यों में न्यायिक व्यवस्था को संभालने में प्रभावित नहीं किया जा सकता है. लेकिन बंगाल में निचली अदालत को प्रभावित कर संभाला जा रहा है. उन्होंने कहा कि हाइकोर्ट है, जिस कारण से ही सरकार विरोधी लोग टिक पा रहे हैं, नहीं तो वे लोग टिक नहीं पाते.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

