कोलकाता. भारत निर्वाचन आयोग की ओर से बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) लागू किया है और उम्मीद है कि आयोग द्वारा अब पूरे देश में एसआइआर लागू किया जा सकता है. भारत निर्वाचन आयोग के मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने 10 सितंबर को देश के सभी मुख्य चुनाव अधिकारियों को लेकर बैठक बुलायी है. अगले सप्ताह होने वाली इस अहम बैठक से पहले पश्चिम बंगाल के मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) मनोज कुमार अग्रवाल ने शनिवार को राज्य के अधिकारियों के साथ बैठक की. बताया गया है कि राज्य के सीईओ सोमवार को भी प्रदेश की चुनावी तैयारियों पर संबंधित अधिकारियों के साथ आंतरिक चर्चा करेंगे. चुनाव आयोग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआइ) ने बिहार में मतदाता सूची के एसआइआर जैसी कवायद अन्य राज्यों में भी दोहराने में रुचि दिखायी है और इस सक्रिय पहल को ‘चुनावी तैयारी की शुरुआत’ के रूप में देखा जा रहा है. बताया गया है कि बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) के क्रियान्वयन ने राष्ट्रव्यापी ध्यान आकर्षित किया है और कहा जा रहा है कि अन्य राज्य भी इसके दृष्टिकोण से सीखना चाह रहे हैं. जानकारी के अनुसार, दिल्ली में आयोजित होने वाले बैठक से पहले, सीईओ कार्यालय एसआइआर और चुनावी तैयारियों पर दो चरण की बैठक आयोजित कर रहा है. इनमें से पहली बैठक शनिवार को आयोजित हुई, जिसमें आंतरिक समीक्षा की गयी. बताया गया है कि सोमवार को होने वाली बैठक राज्यव्यापी मूल्यांकन पर चर्चा होगी. बताया गया है कि इन सत्रों में प्रत्येक जिले में तैयारियों का विस्तार से जायजा लिया जायेगा, जिसमें राज्य भर के अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (एडीएम) भाग लेंगे. इन चर्चाओं को 10 सितंबर को होने वाली निर्वाचन आयोग की उच्चस्तरीय बैठक से पहले महत्वपूर्ण माना जा रहा है. मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के सूत्र ने बताया कि सीईओ बैठकों में मतदाता आंकड़े और अन्य महत्वपूर्ण आंकड़े पेश कर सकते हैं.
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