कोलकाता.
तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा नीत केंद्र सरकार पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया है कि बंगाल विरोधी जमींदारों जैसी मानसिकता के लोग संसद में सांसदों को ‘जय हिंद’ और ‘वंदे मातरम्’ बोलने से रोकने की कोशिश कर रहे हैं. पार्टी ने इसे लोकतंत्र की आत्मा पर सीधा हमला बताया है. तृणमूल ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया के मंच में पोस्ट करके कहा है कि ‘वंदे मातरम्’ देश का राष्ट्रीय गीत है और ‘जय हिंद’ हर भारतीय की आवाज है, ऐसे नारों पर आपत्ति करना देश के इतिहास और स्वतंत्रता आंदोलन की भावना को मिटाने की साजिश है. तृणमूल द्वारा जारी बयान में कहा गया कि जय हिंद और वंदे मातरम् केवल शब्द नहीं हैं, बल्कि उन स्वतंत्रता सेनानियों की पुकार हैं जिन्होंने देश की आजादी के लिए बलिदान दिया. अगर इन ऐतिहासिक नारों को संसद में बोलने से रोका जायेगा, तो क्या यह लोकतांत्रिक मूल्यों को खत्म करने की कोशिश नहीं है? तृणमूल ने आरोप लगाया कि संसद में बंगाल की आवाज दबाने की कोशिश की जा रही है और राज्य को ऐसे पेश किया जा रहा है, मानो वह देश का हिस्सा न होकर कोई हाशिये पर पड़ा प्रदेश हो. बयान में कहा गया कि बंगाल न तो भारत से बाहर है और न ही कोई उपेक्षित फुटनोट. वह देश का गर्वित और अभिन्न अंग है और उसकी पहचान, इतिहास और आवाज को कोई मिटा नहीं सकता. तृणमूल ने स्पष्ट कहा कि पार्टी न तो ‘वंदे मातरम्’ और ‘जय हिंद’ कहने के अधिकार से पीछे हटेगी और न ही बंगाल की आवाज को दबने देगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

