लालबाजार में कोलकाता ट्रैफिक पुलिस की तरफ से की गयी अपील
कोलकाता. मध्य कोलकाता के डलहौसी इलाके में राइटर्स बिल्डिंग के पास लापरवाही से गाड़ी चलाने के आरोप में कोलकाता ट्रैफिक पुलिस के एक सर्जेंट ने सेना के एक ट्रक को रोका था. आरोप है कि सिग्नल नहीं माने बिना बिना ट्रक दायीं ओर मुड़ रहा था. कोलकाता पुलिस कमिश्नर मनोज वर्मा की कार सेना के ट्रक के ठीक पीछे थी. इस दौरान पुलिस अधिकारी की कार के भी दुर्घटनाग्रस्त होने की आशंका थी. इस घटना के बाद से सोशल मीडिया व अन्य प्लेटफॉर्म पर इसे सेना व पुलिस के बीच टकराव या बदले की कार्रवाई कही जा रही है. इसे लेकर कोलकाता पुलिस ने मंगलवार शाम को संवाददाता सम्मेलन कर इसके पीछे की स्थिति स्पष्ट की. डीसी ट्रैफिक वाइएस जगन्नाथ राव ने कहा कि कोलकाता ट्रैफिक पुलिस महानगर में कानून तोड़ने वाले लापरवाह वाहन चालकों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाती है. डलहौसी में सेना के वाहन के साथ भी आम वाहनों की तरह ही कार्रवाई की गयी. इस मामले को बेवजह तूल दिया जा रहा है. मामले को बेवजह विवाद का रूप दिया जा रहा है. ऐसी भ्रम की स्थिति पैदा न करें. पुलिस की ओर से कहा गया कि इस मामले में भी वैसी ही कार्रवाई की गयी जैसे आम लोगों के मामले में की जाती है. पुलिस का दावा है कि सड़क पर ””नो राइट टर्न”” का बोर्ड भी लगा था. फिर भी, चालक ने ट्रक को उस रास्ते से ले जाने की कोशिश की. इस कारण आम मामलों की तरह इस वाहन के चालक के साथ भी कार्रवाई की गयी. इसे बेवजह विवाद का रूप न दिया जाये.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

