कोलकाता. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा विपक्ष के रवैये को कथित ‘ड्रामा’ बताने के बाद तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और सांसद अभिषेक बनर्जी ने सोमवार को कड़ा पलटवार किया. महेशतला में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि विपक्ष सिर्फ एसआइआर प्रक्रिया को लेकर जवाबदेही चाहता है और यदि जनता की समस्याएं उठाना ‘ड्रामा’ माना जा रहा है, तो इसका जवाब लोग चुनाव में देंगे. अभिषेक ने दावा किया कि एसआइआर प्रक्रिया की अव्यवस्था और प्रशासन की तैयारी की कमी के कारण अब तक 40 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें कई बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) भी शामिल हैं. उनके अनुसार, इतने गंभीर मामलों पर भी केंद्र सरकार और चुनाव आयोग की ओर से कोई विस्तृत बयान सामने नहीं आया है और न ही त्रुटियों को दूर करने के प्रभावी कदम उठाये गये हैं. उन्होंने सवाल उठाया कि जब विपक्ष सदन में इस मुद्दे पर चर्चा चाहता है, तो उसे ‘ड्रामा’ कहना कैसे उचित है? तृणमूल नेता ने स्पष्ट किया कि पार्टी एसआइआर प्रणाली के खिलाफ नहीं है, बल्कि इसके क्रियान्वयन में मौजूद खामियों को दुरुस्त करने की मांग कर रही है. उन्होंने कहा कि बीएलओ को पर्याप्त प्रशिक्षण नहीं दिया गया. मतदाता सूची अपडेट करने में गड़बड़ियां रहीं और तकनीकी खामियों के कारण आम लोगों को घंटों लंबी लाइनों में खड़ा रहना पड़ा. बनर्जी ने केंद्र सरकार पर यह आरोप भी दोहराया कि पश्चिम बंगाल के करीब दो लाख करोड़ रुपये रोके गये हैं, जिससे राज्य की कई विकास परियोजनाओं पर असर पड़ा है. उनके अनुसार, राज्य सरकार बार-बार धन जारी करने की मांग कर चुकी है, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया. उधर, प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा था कि संसद सत्र शुरू होने से पहले ही ‘ड्रामा’ किया जा रहा है और जनता सब देख रही है. विपक्ष ने इस बयान को गैर-जिम्मेदाराना करार दिया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

