कोलकाता.
दक्षिण 24 परगना के प्रवासी मजदूरों के लिए बड़ी राहत की खबर है. इराक में फंसे मजदूर अब घर लौटने लगे हैं. बताया जा रहा है कि डायमंड हार्बर के सांसद और तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने इसके लिए प्रयास किया था. मफिजुल मंडल नामक एक प्रवासी मजदूर बुधवार को सुरक्षित अपने नामखाना स्थित घर लौट आया. वहीं, शनिवार को चार और मजदूर शेख अमीनुद्दीन, शेख मुखलेसुर, साधन विश्वास और सूरज देव इराक से भारत लौटने वाले हैं. मथुरापुर के सांसद बापी हाल्दार ने बताया कि कुछ मजदूरों के पासपोर्ट और वीजा की अवधि समाप्त हो जाने के कारण नये दस्तावेज तैयार करने में थोड़ा समय लग रहा है. दो साल पहले काकद्वीप क्षेत्र के 12 मजदूर एक एजेंसी के माध्यम से इराक की एक फैक्टरी में काम करने गये थे. आरोप है कि अनुबंध समाप्त होने के बाद भी कंपनी के मालिकों ने उन्हें वापस नहीं जाने दिया. वहां मजदूरों को तनख्वाह भी नहीं दी गयी. उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया और परिवारों से संपर्क तक तोड़ दिया गया. पिछले आठ महीने से उनका कोई संपर्क नहीं था.हाल ही में मजदूरों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से सुरक्षित घर वापसी की गुहार लगायी. वीडियो सामने आने के बाद तृणमूल कांग्रेस ने तुरंत हस्तक्षेप किया. पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने विदेश मंत्रालय से संपर्क कर जरूरी कदम उठाये. उनके निर्देश पर सांसद बापी हाल्दार ने मजदूरों के परिवारों से मुलाकात की और उन्हें हर संभव सहयोग देने का आश्वासन दिया. सीधे हस्तक्षेप के बाद मजदूरों की वापसी की प्रक्रिया शुरू हो गयी है.
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