कोलकाता.
राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) मनोज अग्रवाल को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अति सक्रिय बताया. सीएम के इस बयान पर नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने नाराजगी व्यक्त की है. उन्होंने गुरुवार को अपने एक्स हैंडल पर लिखा : मैं अत्यंत चिंता और तत्परता के साथ मुख्य चुनाव आयुक्त का ध्यान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा राज्य के सीईओ, जो राज्य में चुनाव आयोग के एक संवैधानिक प्रतिनिधि हैं, के विरुद्ध दी गयी दुस्साहसिक धमकियों की ओर आकर्षित करना चाहता हूं. शुभेंदु ने लिखा कि सीएम किसी राजनीतिक रैली में नहीं, बल्कि गुरुवार को राज्य सचिवालय में मुख्य सचिव की उपस्थिति में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीईओ पर निराधार आरोप लगाये. सीईओ पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया और लगे हाथों धमकियां भी दीं.शुभेंदु ने लिखा है कि यह सीईओ को ब्लैकमेल करने और उन्हें कमजोर करने का प्रयास है. यह कोई पहली घटना नहीं है. इससे पहले इसी साल 28 जुलाई बोलपुर में एक प्रशासनिक बैठक के दौरान, ममता बनर्जी ने राज्य सरकार के कर्मचारी और बूथ लेवल अधिकारियों (बीएलओ) को खुलेआम धमकी और चेतावनी दी थी.
उन्होंने उन्हें याद दिलाया कि चुनाव के बाद उन पर चुनाव आयोग का अधिकार समाप्त हो जायेगा. शुभेंदु ने लिखा कि सीएम एक संवैधानिक पद पर बैठे अधिकारी को धमकी दे रही हैं. पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था की स्थिति इतनी बिगड़ गयी है कि बाढ़ प्रभावित लोगों को सहायता वितरित करने के लिए अनुसूचित जनजाति समुदाय के एक सांसद पर भी राज्य पुलिस की मौजूदगी में दिनदहाड़े जानलेवा हमला किया गया. यदि एक निर्वाचित प्रतिनिधि के साथ ऐसी क्रूरता हो सकती है, तो निस्संदेह सीईओ की सुरक्षा खतरे में है, जिन्हें सीएम धमका रही हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

