कोलकाता : मैगी में सीसा और ‘एमएसजी’ की मात्र अधिक पाए जाने के मद्देनजर विभिन्न राज्यों द्वारा इस पर प्रतिबंध लगाए जाने के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि राज्य में मैगी नूडल्स के प्रयोगशाला में परीक्षण के बाद उसमें कोई आपत्तिजनक सामग्री नहीं पाई गई. इससे पहले आज बिहार ने मैगी पर पाबंदी लगा दी है. झारखंड में इस मामले को लेकर शाम तक कुछ ठोस निर्णय लेने की उम्मीद जतायी जा रही है. नेस्ले ने आज कहा कि मैगी पर ‘बेबुनियाद भ्रम’ की वजह से वह भारतीय बाजार से इस उत्पाद को हटा रही है.
क्या कहा नेस्ले ने
नेस्ले ने कहा है कि निराधार भ्रम की वजह से उपभोक्ताओं का भरोसा हिला है. हालांकि, कंपनी का अभी भी मानना है कि उसके नूडल्स खाने के लिये पूरी तरह सुरक्षित हैं. मैगी नूडल्स पर दिल्ली, तमिलनाडु, गुजरात और अन्य राज्यों में प्रतिबंध लगाए जाने के मद्देनजर नेस्ले के वैश्विक मुख्य कार्यकारी अधिकारी :सीईओ: पॉल बुल्के स्थिति का जायजा लेने स्विटजरलैंड से दिल्ली पहुंचे हैं. बुल्के ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा ‘‘हमें लग रहा है कि बेबुनियाद वजहों से भ्रम पैदा हुआ जिससे उपभोक्ताओं का भरोसा हिला है.’’ जिस वक्त यह संवाददाता सम्मेलन चल रहा था, लगभग उसी समय केंद्रीय खाद्य सुरक्षा नियमाक एफएसएसएआई ने मैगी की सभी नौ किस्मों को मानव के खाने के लिए असुरक्षित और खतरनाक करार देते हुए इन्हें बाजार से वापस लेने का आदेश दिया.
मैगी की जांच रिपोर्ट की प्रतीक्षा कर रही है तेलंगाना सरकार
तेलंगाना सरकार लोकप्रिय ब्राण्ड मैगी नूडल्स की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने के पहले मैगी के नमूनों की जांच रिपोर्ट की प्रतीक्षा कर रही है. प्रमुख सचिव :स्वास्थ्य: सुरेश चंदा ने बताया कि हम रिपोर्ट :नमूनों के विश्लेषण: की प्रतीक्षा कर रहे हैं. पहली रिपोर्ट सोमवार :आठ जून: को आनी है.’’ उन्होंने कहा कि सरकार इस मामले में रिपोर्टोंपर विचार करने के बाद उचित कदम उठाएगी. वह मीडिया में प्रकाशित उन रपटों के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे, जिनमें कहा गया है कि राज्य में मैगी नूडल्स की बिक्री पर अस्थायी रुप से प्रतिबंध लगाया गया है.