कोलकाता : वर्धमान विस्फोट और अन्य मुद्दों को लेकर भाजपा द्वारा आलोचना का सामना कर रही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज इस भगवा पार्टी पर ‘लगातार चरित्र हनन’ का आरोप लगाया, जहां महिलाआंे तक को नहीं बख्शा नहीं जा रहा.
ममता ने सोशल नेटवर्किंग साइट पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘आश्चर्य है, यह पाया गया है कि भाजपा विभिन्न नेटवर्क के जरिए लगातार गैर जिम्मेदाराना टिप्पणी, असंसदीय भाषा का इस्तेमाल और चरित्र हनन कर रही है, जहां महिलाआंे तक को बख्शा नहीं जा रहा. ’’
ममता ने कहा, ‘‘इस तरह का अहंकार और गैर जिम्मेदाराना व्यवहार हमें आपातकाल के दिनों की याद दिलाता है. मैं लोकतंत्र की सुदंरता को बदसूरत होते और नष्ट होते नहीं देखना चाहती.’’ उन्होंने कहा सबसे पहले तो यह जरुरी है कि पहले अपने आचरण को सुधारें फिर दसूरों को दिशानिर्देशित करें.
मुख्यमंत्री ने कहा कि सहिष्णुता सराहना योग्य होती है इसे कमजोरी नहीं समझना चाहिए. ममता ने कहा, ‘‘मेरा राजनीतिक जीवन पूरी तरह से त्याग और बलिदान का है. कई मौकों पर मेरी हत्या होने वाली थी. मेरा यकीन लडाई राजनीतिक रुप से लडने में है ना कि चरित्र हनन के जरिए. फिर भी यदि कोई मुझसे लडना चाहता है तो उन्हें कोशिश करने दें.’’
उन्होंने कहा, ‘‘राजनीति या राजनीतिक पार्टियों से निष्ठा से पहले मातृभूमि के लिए प्रेम होना चाहिए.’’ उन्होंने कहा इसके बाद राजनीति में नैतिकता, व्यवहार कुशलता और क्षेत्र की जानकारी जरुरी है.ममता ने कहा, ‘‘एक सरकार आती है और एक सरकार जाती है पर देश का लोकतंत्र सदा बना रहता है. इसलिए हमें सबसे पहले देश और जनता के व्यापक हित में उचित तरीके से काम करना चाहिए.’’
