कोलकाताः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बंगाल दौरे का आज दूसरा दिन है. सोमवार सुबह की शुरुआत उन्होंने रामकृष्ण मिशन के मुख्यालय स्थित बेलूर मठ में की. संतो के साथ ध्यान लगाया औऱ वैदिक मंत्रोच्चार के साथ रामकृष्ण मठ में पूजा-अर्चना में शामिल हुए. राष्ट्रीय युवा दिवस के मौके पर स्वामी विवेकानंद को याद किया और युवाओं को संबोधित किया. इसके बाद वो कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के 150 साल पूरा होने के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए.
कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के 150 साल पूरे होने पर पीएम मोदी ने पट्टिका का अनावरण किया. इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए नेता जी सुभाष चंद्र बोस इंडोर स्टेडियम, कोलकाता में भारी संख्या में लोग पहुंचे हैं. पीएम मोदी ने पोर्ट का ऐंथम लॉन्च किया और नेता जी सुभाष ड्राई डाक और मरम्मत केंद्र का उद्घाटन किया .
इस दौरान 100 साल और 105 साल के दो बुजुर्ग कर्मचारियों का वह सम्मान किया. नगीना भगत और नरेश चंद्र अग्रवाल का सम्मान किया और उनके पैर छुए. पीएम मोदी ने कार्यक्रम के दौरान स्मारक डाक टिकट भी जारी किया। इसके बाद वहां मौजूद लोगों को संबोधित किया. पढ़ें लाइव अपडेट=
#WATCH PM Narendra Modi speaking at the inauguration of 150th anniversary celebrations of Kolkata Port Trust. #WestBengal https://t.co/gmxEr3VHF6
— ANI (@ANI) January 12, 2020
– पीएम मोदी ने कोलकाता पोर्ट का नाम बदलकर डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर किया
– कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के 150 साल पूरे होने पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने बिना नाम लिए ममता बनर्जी पर निशाना साधा. पीएम मोदी ने कट मनी और चिट फंड का जिक्र करते हुए ममता बनर्जी को निशाने पर लिया.
– पीएम मोदी बोले- गरीबों, दलितों, वंचितों, शोषितों और पिछड़ों के विकास के लिए समर्पित भाव से प्रयास किए जा रहे हैं. जैसे ही पश्चिम बंगाल सरकार आयुष्मान भारत योजना, पीएम किसान सम्मान निधि के लिए स्वीकृति देगी, यहां के लोगों को इन योजनाओं का भी लाभ मिलने लगेगा.
PM Narendra Modi in Kolkata: As soon as the West Bengal Government allows the Ayushman Bharat Yojana and PM Kisan Samman Nidhi, people here will also get the benefits of these schemes pic.twitter.com/1C1DJVfNUw
— ANI (@ANI) January 12, 2020
– प्रधानमंत्री बोले- मेरे दिल में हमेशा दर्द रहेगा और मैं चाहूंगा, ईश्वर से प्रार्थना करूंगा की बंगाल के नीति निर्धारकों को सद्बुद्धि दे. और गरीबों के लिए गरीबी में मदद के लिए आयुष्मान योजना और किसानों की जिंदगी में पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ मेरे बंगाल के गरीबों और किसानों को मिले.
– पीएम मोदी बोले- हमारी सरकार मानती है कि हमारे तट विकास के द्वार हैं. इसलिए सरकार ने तटों पर कनेक्टिविटी और वहां के इंफ्रास्ट्रक्चर को आधुनिक बनाने के लिए सागरमाला कार्यक्रम शुरू किया.
– पीएम मोदी ने कहा कि डॉ. मुखर्जी की बनाई पहली औद्योगित नीति में देश के जल संसाधनों के उचित उपयोग पर जोर दिया गया था. डॉ. मुखर्जी और बाबा साहेब, दोनों ने स्वतंत्रता के बाद के भारत के लिए नई नीतियां और नया विजन दिया था. आज के इस अवसर पर, मैं बाबा साहेब को भी याद करता हूं, उन्हें नमन करता हूं.
– पीएम मोदी बोले- देश में नदी घाटी परियोजनाओं, बांधों का, पोर्ट्स का निमार्ण तेजी से हो पाया तो इसका बड़ा श्रेय दोनों महान सपूतों को जाता है. बाबा साहेब ने देश की पहली जल संसाधन नीति और श्रमिकों से जुड़े कानूनों को लेकर अपने अनुभवों का उपयोग किया था.
– पीएम मोदी बोले- कोलकाता का ये पोर्ट एक प्रकार से भारत की औद्योगिक, आध्यात्मिक और आत्मनिर्भरता की आकांक्षा का प्रतीक है। ऐसे में जब ये पोर्ट डेढ़ सौवें साल में प्रवेश कर रहा है, तब इसको न्यू इंडिया के निर्माण का भी एक प्रतीक बनाना आवश्यक है.
– पीएम मोदी बोले- कोलकाता पोर्ट सिर्फ जहाजों के आने-जाने का स्थान नहीं है, ये एक पूरे इतिहास को अपने आप में समेटे हुए है. इस पोर्ट ने भारत को विदेशी राज से स्वराज पाते देखा है. सत्याग्रह से लेकर स्वच्छाग्रह तक इस पोर्ट ने देश को बदलते हुए देखा है.
– पीएम मोदी ने कहा कि आज का ये दिन कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के लिए, इससे जुड़े लोगों के लिए, यहां काम कर चुके साथियों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण अवसर है. भारत में पोर्ट डिवेलपमेंट को नई ऊर्जा देने का इससे बड़ा कोई अवसर नहीं हो सकता.
– कोलकाता पोर्ट के विस्तार और आधुनिकीकरण के लिए आज सैकड़ों करोड़ रुपए के इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया गया है. आदिवासी बेटियों की शिक्षा और कौशल विकास के लिए हॉस्टल और स्किल डेवलपमेंट सेंटर का शिलान्यास हुआ है.
– कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट की 150 वीं वर्षगांठ समारोह के उद्घाटन पर पीएम मोदी ने कहा," मां गंगा के सानिध्य में, गंगासागर के निकट, देश की जलशक्ति के इस ऐतिहासिक प्रतीक पर, इस समारोह का हिस्सा बनना सौभाग्य की बात है.