कोलकाता : राज्य की बिगड़ी कानून व्यवस्था को लेकर भाजपा समर्थित बुद्धिजीवी सोमवार को सड़क पर उतरे और मौन विरोध जुलूस निकाला. भाजपा नेत्री व फैशन डिजाइनर अग्निमित्रा पॉल के नेतृत्व में बंगाल इंटेलेक्चुअल सोसाइटी के बैनर तले सेंट्रल एवेन्यू स्थित सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति से बुद्धिजीवियों का जुलूस निकाला. यह जुलूस मेयो रोड स्थिति गांधी मूर्ति होते हुए डॉ श्यामाप्रसाद मुखर्जी की मूर्ति के समक्ष समाप्त हुआ.
जुलूस में पूर्व कुलपति राधा रमन चक्रवर्ती, अधिवक्ता संघमित्रा पंडित, अरविंद सेन, डॉ सोमनाथ सरकार, डॉ विवेकानंद, डॉ प्रभात, इंद्राणी मुखर्जी, लिपिका घोष सहित अन्य शामिल थे. अग्निमित्रा पॉल ने कहा कि उन लोगों ने मौन जुलूस निकाला था. पूजा के दौरान भाजपा के आठ कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गयी थी. इनमें मुर्शिदाबाद में एक गर्भवती महिला व आठ वर्ष के बच्चे की हत्या कर दी गयी, लेकिन मुख्यमंत्री चुप है.
मुख्यमंत्री की ओर से इस हत्या को लेकर कोई भी बयान नहीं आया है. शिक्षा मंत्री इसे आपसी विवाद के कारण हत्या करार दे रहे हैं, जो पूरी तरह से दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पूरे राज्य के लोगों की मुख्यमंत्री के रूप में कार्य नहीं कर रही हैं, वरन एक खास पार्टी के कार्यकर्ताओं की मुख्यमंत्री के रूप में कार्य कर रही हैं.
उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जांच सीआइडी से कराने का निर्देश दिया गया है, जबकि सीआइडी का प्रमुख गिरफ्तार होने के भय से छिपता फिर रहा है. ऐसी स्थिति में न्याय की आशा कैसे की जा सकती है. उन्होंने कहा कि जियागंज मामले की सीबीआइ जांच हो. दोषियों को गिरफ्तार किया जाए तथा पीड़ित परिवार को न्याय मिले.