कोलकाता : निर्देशक श्रीजीत मुखर्जी ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की गुमशुदगी पर आधारित अपनी फिल्म गुमनामी का ट्रेलर ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक (एआईएफबी) को दिखाया. ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक के कई सदस्यों ने फिल्म के विरोध में आवाज उठायी थी, जिसके बाद यह कदम उठाया गया. केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) ने अगस्त के अंतिम सप्ताह में ही फिल्म को हरी झंडी दे दी थी.
फिल्म दो अक्तूबर को बड़े पर्दे पर रिलीज होगी. मुखर्जी ने पत्रकारों से कहा कि उन्होंने एआइएफबी के नेताओं को बताया कि उन्होंने नेताजी के ‘गायब’ होने से जुड़े सभी तीन सिद्धांतों को तुलनात्मक रूप से प्रस्तुत करने की कोशिश किया है.
निर्देशक ने कहा कि एआईएफबी के वरिष्ठ नेताओं ने ट्रेलर देखा और वे फिल्म का प्रीमियर देखने को तैयार हैं. एआईएफबी का 20 सदस्यीय एक प्रतिनिधिमंडल इस बात का निर्णय लेगा कि फिल्म ‘गुमनामी’ नेताजी के समर्थकों और लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाती है या नहीं.
एआइएफबी के वरिष्ठ नेता नरेन डे, हरिपद विश्वास, देवव्रत विश्वास, नरेन चटर्जी राज्य पार्टी मुख्यालय में ट्रेलर की स्क्रीनिंग के दौरान मौजूद थे.
चटर्जी ने कहा कि हमने ट्रेलर देखा है, लेकिन उसे सब कुछ नहीं समझा जा सकता. उन्होंने कहा कि अगर फिल्म में नेताजी को बदनाम करने की कोशिश की गयी या कोई दुष्प्रचार किया गया तो हम उसका विरोध करेंगे.