कोलकाता : नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, कोलकाता ने दिव्यांगजनों को बाधा मुक्त पारगमन प्रदान करने के लिए बुनियादी ढांचे और सुविधाओं के विकास की प्रक्रिया शुरू कर दी है. इस संबंध में कोलकाता एयरपोर्ट के निदेशक कौशिक भट्टाचार्य ने बताया कि कोलकाता हवाईअड्डे पर नये अधिनियम के प्रावधानों का पालन करने के लिए एक व्यापक विकास परियोजनाएं तैयार की गयी हैं.
इस श्रृंखला में हवाई अड्डे पर हितधारकों की पहली बैठक आयोजित की गयी थी. पंकज गुप्ता, महाप्रबंधक (अभियांत्रिकी-सिविल) ने हितधारकों को एक प्रस्तुति दी और अधिनियम, अंतरराष्ट्रीय नागर विमानन संगठन (इकाओ) और कम गतिशीलता वाले यात्रियों (पीआरएम) के लिए डीजीसीए-भारत की आवश्यकताओं का मूल्यांकन किया. पीआरएम के लिए उपलब्ध आधारिक संरचना और सुविधाओं का अध्ययन करने और प्रावधानों का अनुपालन करने के लिए अतिरिक्त सुविधाएं जोड़ने का प्रस्ताव दिया गया, जिसमें पीआरएम की तीन प्रमुख श्रेणियों अर्थात लोकोमोटिव विकलांगता, दृश्य हानि और श्रवण व भाषण हानि की आवश्यकता को पूरा करने के लिए सुविधाओं का विकास भी किया जायेगा.