कोलकाता : ‘कट मनी’ मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि अगर वह अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को अनुशासित करने का प्रयास करती हैं, तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है. इसके साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि बिना सबूत के किसी को उन्हें बदनाम करने का अधिकार नहीं है.
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बनर्जी ने राज्य विधानसभा में कहा कि मैंने जो भी कहा था, वह मैंने पार्टी पार्षदों की आंतरिक बैठक में कहा था. अगर मैं अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को अनुशासित करने का प्रयास करती हूं, तो इसमें क्या गलत है? सरकारी योजनाओं का दुरुपयोग न हो. अगर इसके लिए मैं पार्टी कार्यकर्ताओं को यह सुनिश्चित करने के लिए कहती हूं, तो क्या गलत है. पिछले एक सप्ताह से राज्य के विभिन्न हिस्से में लोग इस मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के निर्वाचित प्रतिनिधियों द्वारा कथित तौर पर ली गयी ‘कट मनी’ को लौटाने की मांग कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम अवाम की पार्टी हैं, तो इससे किसी को बिना सबूत के हमें बदनाम करने का अधिकार नहीं मिल जाता. उन्होंने कहा कि राज्य के लोग भाटपाड़ा में देख रहे हैं कि भाजपा को वोट देकर क्या हो रहा है. मुझे लगता है कि भाजपा के खिलाफ लड़ाई के लिए हम सबको (तृकां, कांग्रेस और माकपा) साथ आना चाहिए. इसका ये मतलब नहीं कि हम हाथ मिला लें, लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर समान मुद्दे पर हम साथ आ सकते हैं.