कोलकाता : सारधा चिटफंड मामले में सीबीआइ ने कोलकाता पुलिस के पूर्व आयुक्त राजीव कुमार को पूछताछ के लिए नोटिस देकर बुलाया था. इसके जवाब में राजीव कुमार ने व्यस्त रहने का कारण दिखाकर पत्र के जरिये सीबीआइ से सात दिनों की मोहलत मांगी थी. लेकिन सीबीआइ अब राजीव कुमार को राहत देने के मूड में नहीं है.
सीबीआइ सूत्र बताते हैं कि उनपर अब कड़ी कार्रवाई करने की राह पर जांच एजेंसी आगे बढ़ रही है. उसके लिए राजीव कुमार को सात दिनों का समय देना अब संभव नहीं है. जांच प्रक्रिया में काफी ऐसे सवाल हैं, जिससे राजीव कुमार से पूछताछ करना जरूरी है, ताकि सीबीआइ इस जांच प्रक्रिया को जल्द पूरी कर सके.
लेकिन राजीव कुमार से किसी भी तरीके से संपर्क नहीं हो पा रहा है. वह फोन पर भी उपलब्ध नहीं हैं. जांच को आगे बढ़ाने में सीबीआइ की मदद नहीं कर रहे हैं. इस कारण अब सीबीआइ की तरफ से इकोनॉमिक ऑफेंस विंग-4 (इओडब्लू) के एसपी पार्थ मुखर्जी व वरिष्ठ अधिकारी तथागत बर्द्धन की मौजूदगी में एक टीम बालीगंज इलाके के यामिनी राय रोड में स्थित एक लॉ फॉर्म में तकरीबन साढ़े तीन घंटे तक वरिष्ठ वकीलों से विचार-विमर्श किया.
इसके बाद सीजीओ कॉम्प्लेक्स में आकर वरिष्ठ सीबीआइ अधिकारियों के साथ बैठक कर अगली रणनीति तय कर रहे हैं. कहा जा रहा है कि जल्द सीबीआइ राजीव कुमार की गिरफ्तारी की मांग पर अदालत का रुख कर सकती. हालांकि सोच-विचार व इसमें आनेवाली कानूनी अड़चनों पर विचार कर अंतिम फैसला लिया जाना बाकी है.