कोलकाता: बंगाल में इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग के विकास के लिए राज्य सरकार ने यहां इलेक्ट्रॉनिक्स क्लस्टर बनाने का फैसला किया है. राज्य का पहला इलेक्ट्रॉनिक्स क्लस्टर उत्तर 24 परगना के नैहाटी में बनाया जायेगा, जहां हाइ-टेक इंडस्ट्री की कंपनियां अपनी मैन्यूफैरिंग यूनिट की स्थापना करेंगी. यह जानकारी गुरुवार को पश्चिम बंगाल इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग विकास निगम के डीजीएम देव बाउल ने महानगर में आयोजित एक कार्यक्रम में दी.
सरकार को प्रस्ताव पेश : इस संबंध में निगम की ओर से राज्य सरकार को प्रस्ताव पेश किया गया है. आशा है कि कुछ दिनों में इस योजना को प्राथमिक रूप से मंजूरी मिल जायेगी. एक बार यह मंजूरी मिल जाये तो इसके योजना को क्रियान्वित करने के लिए अगले स्तर की कार्रवाई शुरू की जायेगी और क्लस्टर में निवेश करने के लिए निवेशकों को आमंत्रित करने की प्रक्रिया शुरू होगी.
राज्य में उत्तर 24 परगना जिले के नैहाटी व दक्षिण 24 परगना जिले के फलता में इलेक्ट्रॉनिक्स क्लस्टर का निर्माण किया जायेगा. नैहाटी में 70 एकड़ व फलता में 56 एकड़ जमीन पर इसका निर्माण किया जायेगा. राज्य के आइटी सचिव सतीश चंद्र तिवारी ने बताया कि इस संबंध में राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से पास प्रस्ताव भेजा है, ताकि इस योजना के लिए केंद्र सरकार से इंसेंटिव पैकेज स्कीम के दायरे में लाया जा सके. इससे पहले केंद्र सरकार ने हावड़ा, खड़गपुर, हल्दिया, सिलीगुड़ी, दुर्गापुर व कोलकाता को इंसेंटिव पैकेज स्कीम के दायरे में शामिल कर चुकी है. यहां की सभी योजनाओं को केंद्र सरकार द्वारा विशेष इंसेंटिव व फंड मुहैया कराया जायेगा. नैहाटी क्लस्टर में आधारभूत सुविधाओं के विकास के लिए राज्य सरकार ने 70 करोड़ रुपये आवंटित किये हैं.
इलेक्ट्रॉनिक्स क्लस्टर में क्या होगा
इलेक्ट्रॉनिक क्लस्टर में नौ सेक्टर व इलेक्ट्रॉनिक के 30 तरह के उत्पाद व सौर ऊर्जा के उत्पादन पर जोर दिया जायेगा. यह क्लस्टर इलेक्ट्रॉनिक्स सिस्टम डिजाइन एंड मैन्यूफैरिंग (इएसडीएम) पर फोकस करते हुए तैयार किया जायेगा. यहां पर कम पूंजी निवेश में अधिकलोगों को रोजगार का अवसर दिया जायेगा.