कोलकाता : पश्चिम बंगाल उच्च माध्यमिक शिक्षा काउंसिल ने आगामी 26 फरवरी को परीक्षा की घोषणा की है. परीक्षा में नकल और पेपर लीक की घटना को रोकने के लिए कड़ी व्यवस्था की गयी है. एग्जामिनरों को विशेष ट्रेनिंग देने के साथ इस बार सेलफोन डिटेक्टर लगाये गये हैं. ज्यादा विद्यार्थी व परीक्षा केंद्रों की ज्यादा संख्या को देखते हुए विशेष व्यवस्था की गयी है.
परीक्षा केंद्र में कोई भी छात्र मोबाइल लेकर नहीं घुस सके, इसके लिए सभी विद्यार्थियों की डिटेक्टर से दो बार जांच की जायेगी. यह जानकारी काउंसिल की अध्यक्ष महुआ दास ने दी है.
उनका कहना है कि परीक्षा केंद्र बने स्कूल के मेन गेट पर ही विद्यार्थियों की जांच की जायेगी. परीक्षा हॉल में घुसने से पहले ही उनके सामानों की भी जांच होगी. हालांकि सभी परीक्षा स्थलों पर काउंसिल ने काफी पहले ही मोबाइल प्रतिबंधित कर दिया था, फिर भी कुछ छात्र मोबाइल के साथ पकड़े गये थे. इस बार जांच की प्रक्रिया ज्यादा कड़ी की गयी है.
हॉल में घुसने से पहले अगर किसी के पास मोबाइल रहा तो सतर्क करने के लिए एक आवाज निकलेगी. इसी से छात्र पकड़ में आ जायेगाकोई भी विद्यार्थी मोबाइल के साथ परीक्षा केन्द्र पर घुस ही नहीं पायेगा. नकल करने या पेपर लीक करने की घटना की अब कोई संभावना नहीं होगी.
अध्यक्ष ने बताया कि इससे पहले विद्यार्थी मोबाइल से नकल करते हुए पकड़े गये हैं. पिछले साल तक तो छात्रों की केवल तलाशी ली जाती थी. अभी मोबाइल-डिटेक्टर लगाये गये हैं. हम नहीं चाहते हैं कि कोई भी विद्यार्थी परीक्षा हॉल में किसी भी तरह का कोई उपकरण इस्तेमाल कर नकल करने की कोशिश करे.
इस साल काउंसिल के अधिकारी भी केद्रों पर उपकरण का प्रयोग नहीं कर पायेंगे. डिटेक्टर्स का प्रयोग सभी संवेदनशील केंद्रों पर भी किया जायेगा. उल्लेखनीय है कि गत वर्ष बांग्ला फर्स्ट लैंग्वेज का प्रश्नपत्र परीक्षा चलने के दाैरान वाट्सएप पर वायरल हो गया था.
परीक्षा सुबह 10 बजे शुरू हुई थी. काउंसिल में दोपहर तक यह सूचना आयी कि मालदा जिले में इस परीक्षा के पेपर वाट्सएप पर जारी किये जा रहे हैं, तब काउंसिल ने स्पष्टीकरण दिया था कि यहां पेपर नहीं लीक हुआ है, यह अफवाह है. किसी शरारती तत्व ने ही परीक्षा के बाद वाट्सएप पर पेपर शेयर किया है. इस सफाई के बाद भी एचएस काउंसिल की काफी किरकिरी हुई थी. अब विशेष इंतजाम किये गये हैं.