कोलकाता : बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि उनका सत्याग्रह किसी एजेंसी के खिलाफ नहीं, बल्कि नरेंद्र मोदी के अत्याचारों के खिलाफ है. गौरतलब है कि चिटफंड घोटाला मामले में कोलकाता पुलिस प्रमुख से पूछताछ करने की सीबीआई की कोशिश के खिलाफ ममता बनर्जी धरना पर बैठीं है. आज उन्होंने कहा कि उनका प्रदर्शन ‘‘गैर राजनीतिक’ है और देश के विभिन्न हिस्सों से उनको समर्थन मिल रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि देश और संविधान को जब तक बचाया नहीं जाता, तब तक उनका ‘‘सत्याग्रह’ जारी रहेगा.
West Bengal: TMC workers protest against PM Narendra Modi and Central govt over CBI issue in Kolkata. pic.twitter.com/gg7w2MLusR
— ANI (@ANI) February 4, 2019
बनर्जी रविवार रात करीब साढ़े आठ बजे से मेट्रो चैनल में अस्थायी मंच पर धरने पर बैठी हैं.बनर्जी ने अपनी पार्टी के सदस्यों से यह सुनिश्चित करने को भी कहा है कि प्रदर्शन शांतिपूर्ण हो. गौरतलब है कि करोड़ों रूपये के चिटफंड घोटाला मामले में कोलकाता पुलिस प्रमुख राजीव कुमार से पूछताछ के लिए सीबीआई की एक टीम के अचानक पहुंचने के बाद से राज्य में राजनीतिक माहौल गरम हो गया है. सीबीआई की एक टीम रविवार को मध्य कोलकाता में कुमार के लाउडन स्ट्रीट स्थित आवास पहुंची थी लेकिन वहां तैनात संतरियों एवं कर्मियों ने उन्हें अंदर जाने से रोक दिया और उन्हें जीप में भर कर थाने ले गए थे.
धरना को मिल रहे समर्थन का स्वागत करते हुए बनर्जी ने कहा, ‘‘ यह कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं है. लेकिन सभी राजनीतिक दल प्रदर्शन में हमारा साथ दे सकते हैं.’ बनर्जी ने कहा कि आंध्र प्रदेश में उनके समकक्ष चंद्रबाबू नायडू, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ, द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने उन्हें फोन कर प्रदर्शन के प्रति एकजुटता जाहिर की है. तृणमूल प्रमुख ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा प्रमुख अमित शाह पर राज्य में तख्तापलट करने की कोशिश का आरोप भी लगाया. उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल पर आरोप लगाया कि उन्होंने प्रधानमंत्री के आदेश पर सीबीआई को राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को परेशान करने का निर्देश दिया है.
मोदी विरोधी नारेबाजी कर रहे पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए बनर्जी ने कहा ‘‘कृपया यहां कोई पुतला ना जलाएं, हम शांतिपूर्ण प्रदर्शन चाहते हैं.’ मंच पर, ‘‘संविधान बचाओ, संघीय ढांचा बचाओ, पुलिस बल बचाओ, भारतीय प्रशासनिक सेवा बचाओ और सिविल सेवाओं की सभी रैंक को आपदा से बचाने’ के बैनर लगे हैं.मुख्यमंत्री ने रात को खाना नहीं खाया और वरिष्ठ मंत्रियों तथा पार्टी सदस्यों के साथ मंच पर बैठी रहीं.प्रदर्शन में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी के सवाल उठाए जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘यह सरकार का कार्यक्रम है इसलिए पुलिस अधिकारी यहां मौजूद हैं.’
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तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने पहले कहा था वह विधानसभा नहीं जाएंगी, जहां सोमवार को वित्त मंत्री अमित मित्रा सोमवार को राज्य का बजट पेश करेंगे.अधिकारियों ने बताया कि हुगली, हावड़ा, बांकुरा, पूर्वी वर्द्धमान, पुरुलिया, बीरभूम और उत्तर 24 परगना जिले में सुबह लोग सड़कों पर भी उतरे.प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के पुतले भी जलाए गए.हुगली और हावड़ा में तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने ट्रेनों की आवाजाही भी बाधित की.उन्होंने बांकुरा में राष्ट्रीय राजमार्ग अवरूद्ध किया.
तृणमूल कार्यकर्ताओं ने सीबीआई के खिलाफ नारेबाजी करते हुए नरेन्द्र मोदी सरकार को लोकसभा चुनावों में मात देने तक लड़ाई जारी रखने का संकल्प लिया.बनर्जी ने पार्टी नेताओं से सोमवार को दोपहर दो से शाम चार बजे के बीच लोगों को परेशान किए बिना राज्यभर में प्रदर्शन मार्च निकालने का निर्देश दिया है.मुख्यमंत्री ने पहले एक ट्वीट में कहा था कि कोलकाता पुलिस आयुक्त, ‘‘दुनिया के सर्वश्रेष्ठ लोगों में से एक हैं और उनकी सत्यनिष्ठा, बहादुरी और ईमानदारी पर सवाल नहीं उठाया जा सकता.’