फैसला हो चुका है, सिर्फ घोषणा होनी बाकी
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मालदा कांग्रेस जिलाध्यक्ष का पद खुद संभालेंगे अबू हासेम
फैसला हो चुका है, सिर्फ घोषणा होनी बाकी मौसम नूर के तृणमूल में जाने के बाद खाली है पद मौसम नूर के लिए तृणमूल ने शुरू किया दीवार लेखन मौसम के खिलाफ कांग्रेस उम्मीदवार होंगे इशा खान मालदा : पार्टी में गुटीय विवाद ना उभरे, इसके लिये जिला कांग्रेस अध्यक्ष पद दक्षिण मालदा के सांसद […]
मौसम नूर के तृणमूल में जाने के बाद खाली है पद
मौसम नूर के लिए तृणमूल ने शुरू किया दीवार लेखन
मौसम के खिलाफ कांग्रेस उम्मीदवार होंगे इशा खान
मालदा : पार्टी में गुटीय विवाद ना उभरे, इसके लिये जिला कांग्रेस अध्यक्ष पद दक्षिण मालदा के सांसद अबू हासेम खान चौधरी अपने हाथों में रखना चाहते हैं. बताया जाता है कि यह फैसला लगभग हो चुका है और केवल घोषणा होना बाकी है. अभी अबू हासेम खान चौधरी प्रदेश व जिला कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष पर पर हैं. बता दें कि मौसम नूर के तृणमूल में जाने के बाद जिला कांग्रेस अध्यक्ष पद खाली हुआ है.
शनिवार को कोतवाली भवन में सुबह दस बजे जिला कांग्रेस अध्यक्ष पद के चयन को लेकर हासेम खान ने एक आपात बैठक बुलायी है.
इसमें सभी ब्लॉकों को कांग्रेस अध्यक्ष और जिला कांग्रेस नेतृत्व उपस्थित रहेगा. कांग्रेस के एक जिलास्तरीय नेता ने बताया कि पार्टी के भीतर एक हिस्सा कोतवाली से बाहर का जिलाध्यक्ष बनाने की मांग कर रहा है. उनलोगों का कहना है कि कोतवाली के लोग लोकसभा चुनाव में भी खड़े होंगे, इसलिये अध्यक्ष पद किसी और को मिलना चाहिये. लेकिन कोतवाली के खिलाफ कोई सार्वजनिक रूप से मुंह खोलना नहीं चाहता.
जिला कांग्रेस के बुजुर्ग नेता ने कहा कि कोतवाली के बर्चस्व के विरोध में ही साबित्री मित्री, कृष्णेंदु चौधरी और नरेंद्र नाथ तिवारी जैसे तेज तर्रार नेताओं ने कांग्रेस छोड़ दी. जबकि सच्चाई यह है कि अब कोतवाली परिवार ही कांग्रेस में नहीं रह जा रहा है. अबू नासेर खान चौधरी पहले कांग्रेस छोड़ चुके हैं. गनी खान की भांजी शहनाज कादरी भी कांग्रेस से अलग हो गयी हैं और अब मौसम नूर ने भी कांग्रेस का साथ छोड़ दिया है. पार्टी का नेतृत्व कोतवाली के हाथ में होने के बावजूद कांग्रेस के दो विधायक सबीना यास्मीन और समर मुखर्जी तृणमूल में चले गये.
अबू हासेम खान ने बताया कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सोमित्र मित्र उत्तर मालदा सीट से इशा खान चौधरी को उतारने की बात कह चुके हैं. शनिवार को जिला कांग्रेस कमेटी की मीटिंग में इशा खान के नाम की औपचारिक सिफारिश की जायेगी. इसके बाद से यह चर्चा गर्म है कि क्या इस बार उत्तर मालदा में लोकसभा चुनाव के भाई-बहन की लड़ाई देखने को मिलेगी. इस बारे में अबू हासेम ने कहा कि इससे पहले गनी खान के खिलाफ छोटे भाई अबू नासेर खान चुनाव लड़ चुके हैं.
उस समय अबू नासेर खान की जमानत जब्त हो गयी थी. मौसम नूर का भी यही हाल होगा. मालदा के लोग कांग्रेस के साथ थे और कांग्रेस के ही रहेंगे. पंचायत चुनाव के आधार पर आकलन करना ठीक नहीं होगा.
इधर तृणमूल कांग्रेस ने उत्तर मालदा से मौसम नूर के लिये प्रचार शुरू कर दिया है. शुक्रवार को मौसम नूर पीराना पीर की दरगाह पर गयी और चादर चढ़ाई. मौसम नूर के लिये तृणमूल कार्यकर्ताओं ने दीवार लेखन भी शुरू कर दिया है. उल्लेखनीय है कि उत्तर मालदा ही राज्य में एकलौती सीट है जहां से तृणमूल कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है.
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