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कोलकाता : भाजपा की रथयात्रा अब सात दिसंबर से
पहले पांच दिसंबर को निकलनेवाली थी रथयात्रा भाजपा अध्यक्ष अमित शाह अब सात को कूचबिहार से रवाना करेंगे रथयात्रा वीरभूम में पांच की जगह 14 से होगी रथयात्रा कोलकाता : प्रदेश भाजपा की ओर से गणतंत्र बचाओ यात्रा के मौके पर तीन जगहों से निकलने वाली रथयात्रा अब पांच दिसंबर की जगह सात दिसंबर से […]
पहले पांच दिसंबर को निकलनेवाली थी रथयात्रा
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह अब सात को कूचबिहार से रवाना करेंगे रथयात्रा
वीरभूम में पांच की जगह 14 से होगी रथयात्रा
कोलकाता : प्रदेश भाजपा की ओर से गणतंत्र बचाओ यात्रा के मौके पर तीन जगहों से निकलने वाली रथयात्रा अब पांच दिसंबर की जगह सात दिसंबर से शुरू होगी. सात दिसंबर को खुद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह कूचबिहार में रथ को रवाना करेंगे. तीन जगहों से निकलने वाली रथयात्रा राज्य के तकरीबन सभी लोकसभा सीटों को स्पर्श करेगी.
भाजपा की रथयात्रा वीरभूम के तारापीठ, गंगा सागर और कूचबिहार से दिसंबर महीने में निकलने वाली है. तारापीठ से रथयात्रा पांच दिसंबर को शुरू होने वाली थी. जिसका शुभारंभ अमित शाह करने वाले थे. लेकिन पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों के कारण व्यस्तता के चलते वह पांच दिसंबर को उपलब्ध नहीं हो सकेंगे. अब व सात दिसंबर को कूचबिहार से पार्टी का पहला रथ रवाना करेंगे. तारापीठ से रथयात्रा 14 दिसंबर को शुरू होगी. गंगासागार का रथ तय समय पर नौ दिसंबर को ही रवाना होगा.
यह रथयात्राएं राज्य के सभी 42 लोकसभा क्षेत्रों से गुजरते हुए कोलकाता पहुंचेंगी. समापन समारोह को खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संबोधित करने वाले हैं.
रथयात्राओं के समापन की संभावित तारीख 16 दिसंबर बतायी जा रही है. सूत्रों के अनुसार, पांच दिसंबर की रथयात्रा की तारीख पीछे करने की एक और वजह बतायी जा रही है. पार्टी को कथित तौर पर वीरभूम में तृणमूल कांग्रेस के जिलाध्यक्ष अणुव्रत मंडल द्वारा रथयात्रा के दौरान हंगामा किये जाने की आशंका है. भाजपा के जिलाध्यक्ष द्वारा भेजी गयी रिपोर्ट में आशंका जाहिर की गयी है कि अगर पहली रथयात्रा के दौरान हिंसा हुई तो उसके आधार पर पुलिस पूरी यात्रा को बंद कर सकती है. जिलाध्यक्ष की रपट को प्रदेश भाजपा ने दिल्ली भेज दिया था.
इसे देखते हुए भाजपा आलाकमान ने रथयात्रा की शुरुआत कूचबिहार से करने का निर्णय लिया. ताकि कूचबिहार और गंगासागर से शांतिपूर्ण रथयात्रा की शुरुआत करके वह लोग तृणमूल कांग्रेस और प्रशासन पर यह आरोप लगाने की स्थिति में हो जायेंगे कि इन लोगों ने यात्रा को रोकने के लिए हिंसा का सहारा लिया है.
हालांकि इस बाबत प्रदेश भाजपा के महासचिव प्रताप बनर्जी ने कुछ भी कहने से इनकार करते हुए इतना जरूर कहा कि भाजपा अध्यक्ष पांच दिसंबर तक व्यस्त हैं इसलिए यात्रा की तिथि बदली गयी है. बाकी सबकुछ पहले की तरह है.
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