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कर्नाटक में जो हुआ, वह बेहद शर्मनाक; लोस चुनाव में साफ होगी भाजपा – पार्थ चटर्जी
कोलकाता : बेहला में आयोजित एमएलए कप के उद्घाटन समारोह में पहुंचे तृणमूल कांग्रेस के महासचिव और विधायक पार्थ चटर्जी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कर्नाटक में जो हुआ, वह बेहद शर्मनाक है. यह समझे से परे है कि जब भाजपा को पता है कि वे बहुमत साबित नहीं कर सकते हैं, […]
कोलकाता : बेहला में आयोजित एमएलए कप के उद्घाटन समारोह में पहुंचे तृणमूल कांग्रेस के महासचिव और विधायक पार्थ चटर्जी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कर्नाटक में जो हुआ, वह बेहद शर्मनाक है. यह समझे से परे है कि जब भाजपा को पता है कि वे बहुमत साबित नहीं कर सकते हैं, तो क्यों शपथ लिये और क्यों सरकार बनाने के लिए फ्लोर पर गये.
वह इस्तीफा पहले भी दे सकते थे.
पार्थ ने आरोप लगाया कि दरअसल भाजपा सत्ता के बगैर नहीं रह सकती है. यही वजह है कि वह सत्ता पर काबिज होने के लिए आतुर थी, जिसे कांग्रेस और जेडीएस ने मिलकर विफल कर दिया. इससे यह भी साफ हो गया कि आगामी 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा बिल्कुल साफ हो जायेगी.
उन्होंने कहा कि बंगाल में खुद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बड़ी-बड़ी बातें करते हुए दावा कर रहे हैं कि तृणमूल के नेता उनके संर्पक में हैं, लेकिन हकीकत यह है कि वह इस सदी का सबसे बड़ा मजाक कर रहे हैं, क्योंकि वह खुद तृणमूल कांग्रेस में आने को आतुर हैं. मुझसे संपर्क कर रहे हैं. फिलहाल बयानबाजी नहीं करके, उन्हें जो दायित्व मिला है, उसे ही वे निभाएं.
पार्थ चटर्जी ने कहा कि एमएलए कप में बेहला पश्चिम के कुल 10 वार्डों की टीमें हिस्सा ले रही हैं. इस प्रतियोगिता का मकसद है खेल की भावना के साथ लोगों में सौहार्द कायम करना.
इस्तीफा दें कर्नाटक के राज्यपाल : मोहम्मद सलीम
कोलकाता. कर्नाटक विधानसभा चुनाव के बाद कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला द्वारा भाजपा को सरकार बनाने का निमंत्रण देना विवाद का विषय बन गया है. यह स्थिति तब बनी, जब भाजपा विधानसभा में फ्लोर टेस्ट का सामना भी नहीं कर सकी और पहले ही मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने इस्तीफा दे दिया. माकपा के वरिष्ठ नेता व सांसद मोहम्मद सलीम ने कहा है कि कर्नाटक के राज्यपाल को इस्तीफा दे देना चाहिए.
कर्नाटक विधानसभा चुनाव नतीजों का अंकगणित भाजपा के पक्ष में नहीं था. इसके बावजूद भाजपा को सरकार गठन के लिए आमंत्रित करने का फैसला समझ से परे है. येदियुरप्पा ने विश्वासमत का सामना नहीं करते हुए पहले ही इस्तीफा दे दिया. इसके साथ ही कर्नाटक के लोगों का विश्वास भी भाजपा से उठ चुका है.
भाजपा का अनैतिक कदम देश का काला अध्याय : जेडीएस
कोलकाता. जिस तरह से भाजपा के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के इशारे पर देश के राज्यपाल नतमस्तक होकर कार्य कर रहे हैं, ऐसे में भाजपा नेतृत्व के अनैतिक कदम को देश के काले अध्याय के रूप में लिखा जायेगा. कर्नाटक विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद भाजपा ने जिस तरह से कर्नाटक के राज्यपाल को अपने प्रभाव में लेकर लोकतंत्र की हत्या करते हुए आननफानन में भाजपा के अल्पमत में होते हुए भी सरकार में बैठाने का जो अपराध किया है, वह एक गैर लोकतांत्रिक कदम था. ये बातें शनिवार को जनता दल (सेक्यूलर) के प्रदेश अध्यक्ष पुनीत सिंह ने कहीं.
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के हस्ताक्षेप के बाद कर्नाटक विधानसभा में भाजपा बहुमत साबित करने में असफल रही. भाजपा ने लोकतंत्र की हत्या कर जबरन कर्नाटक के विधानसभा में घुसने का काम किया था. उन्हें शनिवार को सजा मिल गयी. अब 2019 का लोकसभा चुनाव भाजपा के सफाये का साल होगा.
लंबे समय तक नहीं चलेगी कर्नाटक में कोई सरकार
कोलकाता : भाजपा के राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा ने प्रभात खबर से बातचीत में कहा कि भले ही येदियुरप्पा ने इस्तीफा दे दिया हो, लेकिन हकीकत यह है कि कर्नाटक में जो भी सरकार बनायेगा, उसकी आयु लंबी नहीं होगी.
उन्होंने कहा कि येदियुरप्पा को शक्ति परीक्षण के लिए पर्याप्त समय नहीं मिला. सुप्रीम कोर्ट ने शक्ति परीक्षण के लिए इतना कम वक्त दिया था कि वह उसमें सफल नहीं हो पाये, क्योंकि उन्हें जिन लोगों ने समर्थन देने का भरोसा दिया था, उन लोगों से वक्त पर संर्पक नहीं हो पाया. हालांकि भाजपा ने सुप्रीम कोर्ट का सम्मान करते हुए उसके आदेश का पालन किया है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस से बड़ी स्वार्थी पार्टी कोई और नहीं है. ऐसे में कुमारस्वामी को भले ही लग रहा हो कि वह कांग्रेस के सहयोग से सरकार पूरे समय तक के लिए चला लेंगे, तो यह संभव नहीं है. वक्त मिलते ही कांग्रेस अपना असली चेहरा जरूर दिखायेगी.
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