-सीएनएस व एचबीएस में हुआ करार
इस मौके पर मौजूद कोलकाता में ब्रिटिश डिप्टी हाई कमिश्नर ब्रुस बकनेल ने कहा कि इंग्लैंड का स्वास्थ्य परिसेवा दुनिया में सबसे बेस्ट है. इंग्लैंड के नेशनल हेल्थ सर्विस में 1.7 मिलियन लोग काम करते हैं, जिसमें दुनिया के विभिन्न देशों के लोग शामिल हैं. इनमें 18,000 भारीय मूल के हैं. ब्रूस बकनेल ने कहा कि इंग्लैंड में तीन लाख से अधिक नर्स हैं. हमारा उद्देशय सभी को बेहतरीन स्वास्थ्त परिसेवा उपलब्ध कराना है.
ब्रिटिश डिप्टी हाई कमिश्नर ने कहा कि एचबीएस पहले ही केरल में एक नर्स नियुक्ति केंद्र स्थापित कर चुका है. अब बंगाल की बारी है. सीएनएस और एचबीएस उन भारतीय नर्सों को ट्रेनिंग उपलब्ध करायेगा, जो इंगलैंड के नेशनल हेल्थ सर्विस में काम करना चाहते हैं. हम लोग सीखो, कमाओ और भारत लौटो के मंत्र पर काम करेंगे. इस मौके पर चार्नोक अस्पताल के एमडी प्रशांत शर्मा ने कहा कि केरल की नर्सों ने अपने राज्य की तकदीर पलट दी है. केरल के विकास में वहां की नर्सों का बड़ा योगदान है, जो हजारों की संख्या में विदशों में काम कर रही हैं. शर्मा ने कहा कि हमारी यह पहल इस क्षेत्र में एक गेम चेंजर साबित होगी. हमारे यहां ट्रेंड नर्स की भारी कमी है. हमारा उद्देश्य हेल्थ सेक्टर को उच्च क्वालिटी की नर्स उपलब्ध कराना है. वहीं इंग्लैंड के हेल्थकेयर बिजनेस सोल्यूशंस (एचबीएस) के सीईओ मार्क फाउंटेन ने कहा कि हम लोग भारतीय नर्सों की जिंदगी में बदलाव लाने के लिए एक बेहतीन मौका उपलब्ध कराने के लिए तैयार हैं. हमलोग केरल में यह काम कर चुके हैं.
बंगाल में अच्छी नर्स की जबरदस्त संभावना है. जो भी नर्स हमारे मापदंड पर खरा उतरेंगी, वह इंग्लैंड आ कर दुनिया के बेहतरीन हेल्थकेयर सिस्टम का हिस्सा बन सकती हैं. हमलोगों ने बंगाल में चार्नोक नर्सिंग सोल्यूशंस को अपना पार्टनर बनाया है. नर्सों को इंगलैंड के नेशनल हेल्थ सर्विस में रोजगार उपलब्ध कराया जायेगा. ट्रेनिंग और तैयारी के बाद उन्हें ब्रिटिश सरकार 3-4 साल का वीजा उपलब्ध करायेगी.

