कोलकाता: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्यवासियों से डेंगू को लेकर आतंकित नहीं होने को कहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि निजी अस्पताल अपने फायदे के लिए तरह-तरह की अफवाहें फैला रहे हैं. जिस कारण लोग आतंकित हो रहे हैं.
राज्य में डेंगू एवं अज्ञात बुखार के बढ़ते प्रकोप के मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने सोमवार को राज्य सचिवालय नवान्न में एक उच्चस्तरीय बैठक की. बैठक में स्वास्थ्य राज्यमंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य, शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम, पंचायत व ग्रामीण विकास मंत्री सुब्रत मुखर्जी, दमकल मंत्री व कोलकाता के मेयर शोभन चटर्जी, विभन्न नगरपालिकाआें के चेयरमैन एवं स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी शामिल हुए. बैठक के बाद सुश्री बनर्जी ने कहा : हम लोग जनवरी के महीने से ही डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया आदि पर निगरानी बनाये हुए हैं. स्वास्थ विभाग के कर्मचारी व डॉक्टर अपनी क्षमता से बढ़ कर काम कर रहे हैं.
लेकिन मौसम ने स्थिति बिगाड़ दी है. डेंगू व अनजान बुखार के प्रकोप के लिए मौसम जिम्मेदार है. बाढ़ के बाद जिस तरह से डायरिया फैलता है, उसी तरह खराब मौसम के कारण डेंगू व अनजान बुखार का प्रकोप बढ़ रहा है. एक बार फिर बारिश हो गयी है आैर हमें एक सप्ताह आैर इसका नतीजा भुगतना होगा.
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि कुछ लोग जानबूझ कर आतंक फैला रहे हैं. दो-तीन कॉरपोरेट हाउस हैं, जो स्वास्थ्य आयोग के गठन के समय से ही विभिन्न तरह की अड़ंगेबाजी कर रहे हैं. सुश्री बनर्जी ने कहा: गलत दस्तावेज पेश कर एवं गलत जानकारी उपलब्ध करा कर अफवाह फैलायी जा रही है. यह कहा जा रहा है कि एनएस वन पोजिटिव एवं आइजीएम एक साथ होता है, जो सरासर गलत है. जिन लोगों ने भी यह बात कही है, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी. मुख्यमंत्री ने बताया कि सभी नगरपालिकाआें को विशेष रूप से अलर्ट कर दिया गया है. उत्तर 24 परगना जिला के कुछ इलाकों, दमदम, विधाननगर, भांगड़, कृष्णानगर ब्लॉक में विशेष नजर रखी जा रही है. नगरपालिकाआें व पंचायतों को मैदान में उतर कर गंभीरता से काम करने का निर्देश दिया गया है.
नरेगा कर्मी, आशा कर्मी आदि को प्रचार अभियान में लगाया जा रहा है. डेंगू व अनजान बुखार की रोकथाम के लिए किये जा रहे प्रयासों के लिए फंड उपलब्ध करा दिया गया है. जो नगरपालिका अपनी जिम्मेदारी का ठीक से पालन नहीं करेंगे, जरूरत पड़ने पर उन्हें भंग कर दिया जायेगा. कोलकाता नगर निगम ने अपनी मेडिकल टीम भांगड़ में भेजी है. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन से भी डॉक्टरों की टीम प्रभावित इलाकों में भेजने का अनुरोध किया गया है. मुख्यमंत्री ने आम लोगों से भी सतर्क रहने एवं अपने घर व आसपास में साफ-सफाई बनाये रखने का आग्रह किया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि चिंता का कोई कारण नहीं है. स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है. कुछ राजनीतिक दल गंदी राजनीति कर रहे हैं. सुश्री बनर्जी ने कहा कि भाजपा पहले अपने राज्यों की आेर ध्यान दे. पश्चिम बंगाल में डेंगू एवं अन्य बुखार से केवल 40 लोगों की मौत हुई है, जिसमें 27 प्राइवेट अस्पतालों का मामला है, जिनकी जांच की जा रही है. वहीं गुजरात में अब तक 435, महाराष्ट्र में 695, राजस्थान में 230, उत्तर प्रदेश में 165, असम में 87, मध्य प्रदेश, 141, केरल में 111, आेड़िशा में 83 मौतें हो चुकी हैं, इनमें कई राज्य पश्चिम बंगाल से काफी छोटे हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न मेट्रो परियोजनाआें एवं सीपीडब्लू परिसरों में गंदगी के कारण मच्छर पनप रहे हैं. यह लोग न खुद सफाई करते हैं आैर न ही हमें करने दे रहे हैं, हालांकि मुख्य सचिव पत्र लिख कर इनसे सफाई किये जाने का अनुरोध भी कर चुके हैं.
अब तक 40 की मौत: मुख्यमंत्री ने दावा किया कि अब तक राज्य के सरकारी अस्पतालों में डेंगू व अनजान बुखार से 13 मौतों की पुष्टि हुई है, जबकि प्राइवेट अस्पतालों से 27 लोगों के मरने की रिपोर्ट मिली है. प्राइवेट अस्पतालाें से मिली रिपोर्ट की जांच की जा रही है. हमें कुछ पैथोलोजी लैब के खिलाफ गलत रिपोर्ट देने की सूचना मिली है. इस आरोप में उत्तर 24 परगना के तीन लैब का लाइसेंस रद्द कर दिया गया है.