कोई भी इसे जगजाहिर नहीं करता. उन्होंने मुख्यमंत्री को अपमानित करने की बात को सिरे से नकारते हुए कहा : मैंने मुख्यमंत्री से कुछ नहीं कहा है. ना उन्हें अपमानित किया, ना धमकी दी है और ना ही कोई अमानवीय बातचीत की. मैंने मुख्यमंत्री से सिर्फ राज्य में कानून-व्यवस्था सुदृढ़ करने की बात कही. मुख्यमंत्री द्वारा राज्यपाल पद पर उठाये गये सवाल पर श्री त्रिपाठी ने कहा कि किसी भी प्रदेश में राज्यपाल का पद भी संवैधानिक पद है. एक राज्यपाल, अपने राज्य का प्रमुख होता है.
वह राज्य की सभी पार्टी, समाज एवं श्रेणी के लिए अभिभावक के समान होता है. अगर राज्य में किसी प्रकार की गंभीर समस्या पैदा होती है, जिससे राज्य की जनता प्रभावित हो रही है तो राज्यपाल को पूरा हक है कि वह राज्य सरकार से इस बारे में सवाल करे. राज्य में किसी प्रकार की अप्रिय घटना के बाद राज्यपाल मूकदर्शक बन कर नहीं रह सकता. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के बयान एवं भाषा से वह आश्चर्यचकित हैं.

