कोलकाता : उत्तर बंगाल के कूच बिहार जिला में स्थित 9 विधानसभा सीटों के लिए मतदान 8 अप्रैल को होगा. मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने चुनाव की तारीखों का आज एलान कर दिया है. चुनाव की तारीखों की सूची में बताया गया है कि इस बार कूचबिहार जिला की जनता चौथे चरण में अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेगी.
इस जिला की कुल 9 विधानसभा सीटों में से 8 पर इस वक्त सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस का कब्जा है. अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित कूच बिहार उत्तर (एससी) एकमात्र ऐसी सीट है, जहां वर्ष 2016 में ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस को शिकस्त झेलनी पड़ी थी. यहां फॉरवर्ड ब्लॉक के नगेंद्र नाथ रॉय ने अपने प्रतिद्वंद्वियों को पराजित कर दिया था.
अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित जिले की 5 विधानसभा सीटों में से 4 पर तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार जीते थे. एक रिजर्व सीट पर वामदलों को सफलता मिली. इस जिले में अनुसूचित जनजाति के लिए कोई सीट रिजर्व नहीं है. ममता बनर्जी ने इस जिले के दो विधायकों को अपने मंत्रिमंडल में स्थान दिया था.
माथाभांगा (एससी) और नटबाड़ी विधानसभा सीट से जीतने वाले विनय कृष्ण बर्मन एवं रवींद्र नाथ घोष को मंत्री बनाया गया. विनय कृष्ण घोष को पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्रालय के साथ-साथ जनजातीय विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गयी थी. वहीं, रवींद्र नाथ घोष को उत्तर बंगाल विकास मंत्री बनाया गया.
तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर वर्ष 2016 में कूच बिहार जिला की मेकलीगंज (एससी), तूफानगंज, सीतलकुची (एससी), सिताई (एससी), दीनहाटा एवं कूचबिहार दक्षिण सीट से क्रमश: अर्घ्य रॉय प्रधान, फजल करीम मियां, हितेन बर्मन, जगदीश चंद्र बर्मा बासुनिया, उदयन गुहा एवं मिहिर गोस्वामी ने विधानसभा का चुनाव जीता था.
कूचबिहार दक्षिण से तृणमूल कांग्रेस के विधायक ने हाल ही में पाला बदल लिया. मिहिर गोस्वामी पिछले दिनों भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गये. उन्होंने दिल्ली जाकर भाजपा की सदस्यता ली. इसके बाद से वह लगातार क्षेत्र में बंगाल चुनाव 2021 के लिए भाजपा के पक्ष में माहौल बना रहे हैं.
उल्लेखनीय है कि 295 सदस्यीय पश्चिम बंगाल विधानसभा की 294 सीटों के लिए मतदान कराया जाता है. सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा 148 सीट है. कोई एक पार्टी या कई पार्टियों का समूह गठबंधन के तहत 148 सीटें हासिल करके सरकार बना बनायेगी.
Posted By : Mithilesh Jha