पश्चिम बंगाल में चुनाव रिजल्ट के बाद हिंसा और सियासी बवाल दोनों जारी है. एक बार फिर से राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने हिंसा के मुद्दे पर सूबे की ममता सरकार को कठघरे में खड़ा किया है. उन्होंने बंगाल में चुनावी नतीजों के बाद जारी हिंसा को शर्मसार करने वाली घटना करार देते हुए ममता बनर्जी को राजधर्म निभाने की सलाह दी है. इसके पहले 5 मई को शपथ ग्रहण के तुरंत बाद गवर्नर जगदीप धनखड़ ने सीएम ममता बनर्जी को राजधर्म निभाने की नसीहत दी थी.
राज्य में कानून और व्यवस्था की हालत बेहद नाजुक है. पश्चिम बंगाल में सुरक्षा का वातावरण ध्वस्त होने की कगार पर है. इस गंभीर स्थिति को देखते हुए 7 जून को राज्य के मुख्य सचिव को राजभवन तलब किया गया है. उनसे पश्चिम बंगाल की लगातार बिगड़ती जा रही कानून और व्यवस्था के अलावा हिंसा से निपटने के लिए उठाए गए हर कदम की जानकारी मांगी गई है.जगदीप धनखड़, राज्यपाल, पश्चिम बंगाल
राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने रविवार को एक के बाद कई ट्वीट करके ममता बनर्जी के शासन में हो रही हिंसक घटनाओं पर नाराजगी जताई. जगदीप धनखड़ ने ट्वीट में बताया है कि राज्य में जारी हिंसक घटनाओं को देखते हुए 7 जून को मुख्य सचिव को राजभवन तलब किया गया है.
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ का कहना है कि चुनावी नतीजों के बाद राज्य में लगातार हिंसक घटनाएं हो रही हैं. हालात ऐसे हैं कि ममता बनर्जी की सरकार हिंसक घटनाओं को रोकने की बात तो दूर उसे मानने से इंकार कर रही है. ऐसी घटनाएं शर्मसार करने वाली हैं.
बंगाल में चुनावी नतीजों के बाद लगातार हिंसक घटनाएं हो रही हैं. लोगों का सामाजिक बहिष्कार किया जा रहा है. उन्हें बंगाल में रहने के लिए रुपए देने को मजबूर होना पड़ रहा है. उनसे काम-धंधा करने के लिए फिरौती वसूली जा रही है.जगदीप धनखड़, राज्यपाल, पश्चिम बंगाल
पिछले दिनों पश्चिम बंगाल में हिंसक घटनाओं के प्रभावितों से राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने मुलाकात की थी. उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्रालय की विशेष टीम से भी राजभवन में मिलकर बातचीत की थी. राज्यपाल जगदीप धनखड़ लगातार सीएम ममता बनर्जी के शासनकाल में होने वाली हिंसा को लेकर नाराजगी जता चुके हैं. इसी बीच रविवार को राज्यपाल ने ट्वीट से एक बार फिर से राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला है और 7 जून को मुख्य सचिव को तलब किया है.