दुर्गापुर.
शहर के वार्ड एक के कमलपुर ग्राम स्थित बागानबाड़ी में तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता निखिल नायक (64) का शव फंदे से झूलता मिला. रहस्यमय परिस्थिति में शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई. शव का दोनों पैर बिस्तर पर मुड़ा हुआ होने के कारण स्थानीय लोगों ने इसे हत्या बताया और जमकर हंगामा किया. उन्होंने पुलिस से शव कब्जे में लेने से पहले खोजी कुत्ते से जांच, सीसीटीवी फुटेज खंगालने और 12 घंटे के भीतर दोषियों को गिरफ्तार करने की मांग की. बढ़ते तनाव को देखते हुए दुर्गापुर थाना की पुलिस और कॉम्बैट फोर्स की तैनाती की गयी. स्थानीय सूत्रों के अनुसार, निखिल नायक अक्सर अपने बागान बाड़ी में बने घर में दोपहर को आराम करने जाते थे. शनिवार दोपहर करीब तीन बजे पड़ोसी मानिक घोष उन्हें आवाज देने पहुंचे. जवाब न मिलने पर दरवाजा धक्का देने पर देखा कि निखिल नायक फंदे से झूल रहे थे. इसके बाद शोर मचाकर आसपास के लोगों को बुलाया गया, जिन्होंने शव की स्थिति को संदिग्ध पाया.जनप्रिय नेता के रूप में पहचान
निखिल नायक इलाके में लोकप्रिय संगठनकर्ता और नेकदिल इंसान के रूप में जाने जाते थे. तृणमूल कांग्रेस में वे जिला उपाध्यक्ष और ब्लॉक अध्यक्ष भी रह चुके थे. सीपीएम शासन के दौरान भी उन्होंने अपनी पहचान कायम की थी. वे रघुनाथपुर, कमलपुर, पारुलिया सहित कई इलाकों के पत्थर और मोरम खदानों में काम करने वाले आदिवासी और मजदूरों के हित में लगातार आंदोलन करते रहे. गरीब और आदिवासी लोग उन्हें मसीहा मानते थे.परिजनों का आरोप व पुलिस की कार्रवाई
मृतक के भतीजे अनुपम नायक ने कहा कि निखिल नायक आत्महत्या नहीं कर सकते. उनकी हत्या कर शव को फंदे से लटकाया गया है. उन्होंने पुलिस से मांग की कि मामले की जांच खोजी कुत्तों और सीसीटीवी फुटेज से की जाए और दोषियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए. पुलिस ने कहा है कि मौत के कारणों की जांच शुरू कर दी गई है और जल्द ही सच सामने आ जायेगा. इस बीच, घटना की सूचना पाते ही राज्य के मंत्री प्रदीप मजूमदार भी नायक परिवार के घर पहुंचे और घटना की जानकारी ली.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

