नीरज श्रीवास्तव, दुर्गापुर.
थीम आधारित पूजा आयोजकों में से एक सेक्टर टू सी दूर्गापूजा कमेटी की ओर से इस वर्ष ग्राम बांग्लाए आशछे मां( ग्राम बंगाल में मां आ रहीं) थीम पर पूजा का आयोजन किया जा रहा है. सार्वजनिक दुर्गोत्सव के 38वें वर्ष में आयोजक पूजा परिसर में ग्राम बांग्ला के मनोहारी परिवेश को उकेरने का प्रयास कर रहे हैं. पूजा की तैयारी को लेकर पूजा कमेटी के शुभेंदु दासगुप्ता ने बताया कि नदिया के नवद्वीप के कारीगर झुरी (टोकरी), मादुर (चटाई), सूप, मिट्टी का पुतला(टेराकोटा), बांस की खमाची सहित अन्य सामग्रियों को लेकर पंडाल बना रहे हैं. पूजा परिसर में ग्रामीण परिवेश को उकेरा जा रहा है. जिसे देख लोगो को बरबस ग्राम बंगला की पारंपरिक दुर्गापूजा की याद ताजा हो जायेगी.थीम पर ही बन रही मूर्ति
थीम केंद्रित मूर्ति शहर के प्रसिद्ध मूर्तिकार अरुण पाल बना रहे हैं, जो लोगों को भायेगी. उन्होंने बताया कि पूजा परिसर में आकर्षक विद्युत सज्जा रहेगी. पानागढ़ के तकनीशियन को विद्युत सज्जा का जिम्मा सौंपा गया है. इस बार विद्युत से बने तकरीबन पचास फुट के तोरण द्वार लोगो के मुख्य आकर्षण का केंद्र रहेंगे. जहां विद्युत से बने दीघा के जगन्नाथ मंदिर लोगो को बरबस अपनी ओर आकर्षित करेंगे. इस बार पूजा का बजट तकरीबन तीस लाख रुपए रखा गया है.
26 सितंबर को खुलेगा पंडाल का पट, होंगे विभिन्न कार्यक्रम
शुक्रवार 26 सितंबर को मंडप के पट दर्शनार्थियों के लिए खोल दिये जायेंगे. पूजा के दौरान विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. दो दिन महाभोज का भी आयोजन रहेगा. उन्होंने बताया कि इस पूजा को देखने के लिए दुर्गापुर के अलावा पासवर्ती इलाके से भी लोग आते हैं. पूजा परिसर में सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था रहेगी. मालूम हो कि पिछले साल कमेटी द्वारा न्यू जर्सी के हिन्दू मंदिर के तर्ज पर मंडप का निर्माण किया गया था. जो लोगो द्वारा काफी पसंद किया गया था.
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