जामुड़िया.
पश्चिम बंगाल का सबसे बड़ा त्योहार दुर्गा पूजा की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं. जामुड़िया क्षेत्र में अपनी भव्यता के लिए प्रसिद्ध परसिया जनकल्याण समिति सार्वजनिक दुर्गा पूजा कमेटी इस साल अपने 45वें वर्ष में दुर्गा पूजा का आयोजन कर रही है. इस बार का पंडाल उत्तराखंड के केदारनाथ धाम मंदिर की प्रतिकृति होगा, जो लोगों के बीच खास आकर्षण का केंद्र बनेगा.दुर्गापुर के रॉयल सिकदर इवेंट्स द्वारा बनाए जा रहे इस पंडाल का बजट छह लाख रुपये है. पंडाल में केदारनाथ मंदिर के साथ-साथ पहाड़ी दृश्य और एक विशाल शिवलिंग भी देखने को मिलेगा, जो इसकी सुंदरता को और बढ़ायेगा. समिति के सचिव सत्येंद्र सिंह ने बताया कि इस साल कुल 10 लाख रुपये के बजट से पूजा का आयोजन किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पंडाल में एक और मुख्य आकर्षण इलेक्ट्रॉनिक प्रोजेक्टर से युक्त मूर्ति होगी, जिसके माध्यम से 7 मिनट का एक शो दिखाया जाएगा.इसमें मां दुर्गा द्वारा महिषासुर का वध दिखाया जाएगा, जो दर्शकों के लिए एक अनोखा अनुभव होगा.पंडाल के पास सात दिनों तक मेला भी लगेगा, जिसमें बच्चों के लिए झूले और कई तरह की दुकानें होंगी. पूजा का औपचारिक उद्घाटन षष्ठी के दिन किया जायेगा, जिसके दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम और इस साल “महिषासुर मर्दिनी ” नामक एक लघु नाटक का मंचन भी किया जायेगा. इस वर्ष की आयोजन समिति में 45 सदस्य हैं, जिनमें अध्यक्ष विजय कुमार (परसिया कोलियरी एजेंट), सचिव सत्येन्द्र सिंह, सह-सचिव पवन सिंह, और कोषाध्यक्ष धर्मचंद मंडल शामिल हैं.
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