अंडाल.
इसीएल के काजोड़ा क्षेत्र की त्रिपक्षीय सुरक्षा समिति की बैठक काजोड़ा गेस्ट हाउस में हुई. बैठक में खान सुरक्षा महानिदेशालय के अधिकारी, श्रमिक संगठनों के प्रतिनिधि और क्षेत्रीय प्रबंधन के अधिकारी मौजूद थे. चर्चा का मुख्य विषय माइंस की सुरक्षा, श्रमिकों की सुरक्षा और उनके हितों की रक्षा रहा. डीजीएमएस अधिकारियों ने कहा कि प्राथमिकता पहले श्रमिकों की सुरक्षा, फिर माइंस की सुरक्षा और उसके बाद उत्पादन पर दी जानी चाहिए.बैठक में मौजूद प्रतिनिधि व अधिकारी
बैठक में आइएनटीटीयूसी से संजय कुमार सिंह और विनय झा, एटक से दिलीप दास मानिकपुरी और शनीचर तुरी, एचएमएस से अमित कुमार और अवनीश कुमार, बीएमएस से सीमांत चटर्जी और नुनूलाल बीन, सीटू से सोमेन चटर्जी और बिनोद सिंह, केएमसी से तारकेश्वर यादव और अजय कुमार सिंह उपस्थित थे. खान सुरक्षा महानिदेशालय की ओर से डीडीजी माइनिंग सुप्रिया चक्रवर्ती, डीएमएस इरफान अहमद अंसारी, डीएमएस (मेकैनिकल) एन गोविंद फूले और डीएमएस (इलेक्ट्रिकल्स) पी दामोदर समेत अन्य अधिकारी शामिल हुए.प्रबंधन की टीम व श्रमिक संगठनों की मांगें
प्रबंधन की ओर से महाप्रबंधक राहूल सरकार, महाप्रबंधक (ओपी) असीम कुमार मंडल, एरिया इंजीनियर (ई एंड एम) जयदीप मजूमदार, एरिया कार्मिक प्रबंधक रंगन चंदा, एजेंट परासकोल ग्रुप ऑफ माइंस सुमंत कुंडू, एजेंट नब जामबाद सलिल कुमार मन्ना, एजेंट खासकाजोड़ा मनोज कुमार मिश्रा, एजेंट जेकेरोपवेज तापस कुमार सरकार, एमपीसीडी स्वरुप कुमार दे और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे. बैठक में एटक के दिलीप दास मानिकपुरी ने श्रमिक हित में कई मांगें उठाईं. उन्होंने कोलियरी पिट पर पीने के पानी की व्यवस्था, ड्यूटी जाते समय सड़क किनारे स्ट्रीट लाइट, खदान के अंदर बेहतर वेंटिलेशन और नया सीम चालू करने की आवश्यकता बताई, ताकि उत्पादन में वृद्धि भी हो सके.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

