आसनसोल/जामुड़िया.
रोड रॉबरी के आरोप में जामुड़िया थाना पुलिस ने धनबाद (झारखंड) जिला के निरसा थाना अंतर्गत मुगमा मोड़ इलाके का निवासी राकेश तिवारी (41) और मुगमा कपासरा इलाके का निवासी दीनबंधु कुम्भकार को गिरफ्तार किया. पुलिस ने इनके पास से एक चार पहिया वाहन और उसमें से एक देशी पाइपगन, चार जिंदा कारतूस, 50 हजार रुपये (500 रुपये के सौ नोटों का बंडल) नकद बरामद किया. जामुड़िया थाना के अवर निरीक्षक शीर्षेन्दू दास की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ जामुड़िया थाना केस नंबर 406/25 में आर्म्स एक्ट की धारा 25(1बी)/(ए)/35 के तहत प्राथमिकी दर्ज हुई. बुधवार को दोनों आरोपियों को अदालत में चालान किया गया. जांच अधिकारी अवर निरीक्षक अब्दुल सामद ने आरोपियों की पांच दिनों की पुलिस रिमांड की अपील की. अदालत ने दो दिनों का रिमांड मंजूर किया. पकड़े गये आरोपियों के घरवालों का कहना है कि यह दोनों कोयला के कारोबारी हैं और कोलइंडिया के विभिन्न अनुषंगी इकाइयों में डीओ का कोयला लेते हैं और ट्रेडिंग करते हैं. बंगाल में वे लोग इसीएल के विभिन्न कोलियरियों से भी कोयला लेते हैं. इसी सिलसिले वे नियमित बंगाल में जाते हैं. पुलिस को शायद कुछ गलतफहमी हुई है. यह दोनों एक प्रतिष्ठित कारोबारी हैं. जामुड़िया थाना के अवर निरीक्षक श्री दास ने अपनी शिकायत में बताया कि नौ सितंबर को रात सात बजे उन्हें सूचना मिली कि दो व्यक्ति छोटे हथियार से लैस होकर जामुड़िया थाना क्षेत्र के लायिकापुर सत्तोर रोड पर चटर्जी तालाब के पास रोड रॉबरी के फिराक में घूम रहे हैं. सूचना के आधार पर श्री दास ने पुलिस बल के साथ वहां छापा मारा और तलाशी के दौरान उनके चारपहिय वाहन के पिछले सीट पर एक एक काले रंग की बैग में पाइपगन, चार राउंड गोली, 50 हजार रुपये नकद पाया गया. अवर निरीक्षक श्री दास ने अपनी शिकायत में यह लिखा है कि पकड़े जाने के बाद आरोपियों ने अपना अपराध स्वीकार किया और बताया कि वे लोग वहां सड़क पर लूटपाट करने का इंतजार कर रहे थे. इस गिरफ्तारी को लेकर तरह-तरह के सवाल उठने लगे हैं. धनबाद का एक कोयला कारोबारी रोड रॉबरी के लिए जामुड़िया थाना इलाके एक लायिकापुर सत्तोर रोड को क्यों चुना?करोड़ों की धोखाधड़ी का आरोप कलीम खान पर केस दर्ज
आसनसोल. कालीपहाड़ी इलाके के निवासी बिरजू सहित कई लोगों ने रेलपार कसाई मोहल्ला निवासी कलीम खान पर करोड़ों की ठगी का आरोप लगाया. बिरजू ने बताया कि करीब आठ महीने पहले उन्होंने आसनसोल उत्तर थाने में शिकायत की थी. आरोप है कि कलीम ने झूठ बोल कर बैंक लोन के जरिए उनसे कम से कम 20 गाड़ियां खरीदवायीं. किस्तें बंद कर गाड़ियों समेत फरारशुरुआत में कलीम कुछ महीनों तक ईएमआई भरता रहा, लेकिन बाद में सभी गाड़ियां लेकर फरार हो गया. अब बैंक किस्तें न मिलने पर बिरजू और अन्य पीड़ितों को परेशान कर रहा है. बिरजू का कहना है कि उनकी तबीयत खराब है और दक्षिण भारत में इलाज चल रहा है. ऐसे में परिवार आर्थिक संकट में है. बिरजू ने आरोप लगाया कि कलीम खान ने उन्हें धमकी दी है कि यदि वह उसके घर गया तो उसे जान से मार देगा. इस धोखाधड़ी में और भी कई लोग फंसे हैं. पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

