आसनसोल.
हेल्थ वर्ल्ड हॉस्पिटल आसनसोल के सीइओ ने डॉ. अजय अंगरीश की शिकायत पर अस्पताल में मरीज से मिलने आये आइएनटीटीयूसी नेता उत्पल सेन और तृणमूल की महिला नेत्री राखी मुखर्जी के खिलाफ आसनसोल नॉर्थ थाना में प्राथमिकी दर्ज हुई. शिकायत में आरोप लगाया गया कि 26 अगस्त की सुबह एक महिला लक्खी साधुखां अस्पताल में भर्ती हुई थी. 28 अगस्त को उक्त दोनों पुरुष व महिला खुद को जनप्रतिनिधि बताते हुए जबरन सिटीवीएस आइसीयू में दाखिल हो गये. यह किसी भी अस्पताल प्रोटोकॉल के खिलाफ है. इससे आइसीयू के अन्य मरीजों को विशेष रूप से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है और मौत भी हो सकती है. मरीज की हालत देखने के बाद जनप्रतिनिधियों ने उपचार करनेवाले टीम के सदस्यों ने विभिन्न सवाल पूछे जो टीम के लिए अपमानजनक था. रात के समय जनप्रतिनिधियों के इसतरह का आचरण सराहनीय नहीं है. इस शिकायत पर आसनसोल नॉर्थ थाना में कांड संख्या 446/25 में बीएनएस की धारा 329(4)/351(2)/3(5) के तहत प्राथमिकी दर्ज हुई. आइएनटीटीयूसी नेता श्री सेन ने कहा कि हंसती खेलती 36 वर्षीय एक महिला सांस की तकलीफ को लेकर अस्पताल में दाखिल हुई और ऑपरेशन के बाद उसकी मौत हो गयी. अस्पताल प्रबंधन कोई सफाई नहीं दे पाया. इतने दिनों बाद वह प्राथमिकी दर्ज कराया. इसे लेकर उचित व्यवस्था होगी. गौरतलब है कि नियामतपुर आलडी इलाके की निवासी व आंगनबाड़ी कर्मी लक्ष्मी साधुखां सांस में तकलीफ की समस्या को लेकर 26 अगस्त को हेल्थ वर्ल्ड हॉस्पिटल आसनसोल में दाखिल हुई. अस्पताल प्रबंधन के अनुसार पृथक महाधमनी वाल्व रोग, गम्भीर एआर, हल्के एमआर, हल्के टीआर के साथ एलवीइएफ 50 फीसदी की समस्या थी. इस बीमारी के इलाज के लिए 27 अगस्त को करीब पांच घंटे तक उनका ऑपरेशन हुआ. घरवालों के अनुसार चिकित्सकों ने कहा सब कुछ सामान्य है, लेकिन ऑपरेशन के बाद से मरीज को होश ही नहीं आया. बाद में चिकित्सकों ने कहा कि उनका ब्रेन हेमरेज हुआ है. कोई इलाज नहीं हुआ और मरीज की मौत हो गयी. ऑपरेशन के बाद होश नहीं आने की जानकारी मिलने पर काफी लोग उनसे मिलने के लिए आये. इसी दौरान उक्त दो जनप्रतिनिधि भी आये थे और वे लोग आइसीयू में जाकर मरीज की हालत का जायजा लिया और चिकित्सकों से बात की थी. जिसे लेकर मामला दर्ज हुआ है. मृतक महिला के पति नहीं है, एक बेटी है और वह अपने भाई के साथ रहती थी. उनके भाई अनूप साधु ने बताया कि मौत के बाद शव की ऑटोप्सी हुई है. रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. रिपोर्ट आते ही सच्चाई का खुलासा होगा, जिसके आधार पर अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ मामला किया जाएगा. इससे पहले अस्पताल प्रबंधन ने ही मामला कर दिया. जबकि अस्पताल में कोई हंगामा नहीं किया गया था. सबकुछ शांति से हुआ था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

