पानागढ़.
पश्चिम बर्दवान जिले के कांकसा थाना क्षेत्र के पानागढ़ विश्वकर्मा मंदिर के खुदीराम बोस रोड दुर्गा मंदिर इलाके में मकान के छज्जे को लेकर दो पड़ोसियों में चल रहे पुराने विवाद के तहत व्यापारी को उसके घर से बाहर बुला कर रॉड से मार दिया गया, जिससे बुरी तरह जख्मी व्यापारी ने अस्पताल में इलाज के 16वें दिन दम तोड़ दिया. दो हफ्ते से ज्यादा समय से अस्पताल में उपचाराधीन व्यापारी कपिल देव जायसवाल (55) की शनिवार सुबह मौत हो गयी. घटना के बाद पीड़ित परिवार के बेटे रोहित जायसवाल की शिकायत पर गत सात मार्च को ही कांकसा थाने में पड़ोसी राकेश जायसवाल व उसके परिवार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है. घटना सात मार्च को सुबह हुई थी. घटना के बाद से आरोपी राकेश जायसवाल, उनके दो बेटे शनि व शिवम और पत्नी सुधा जायसवाल अपना घर व दुकान बंद कर फरार हैं. सबके फोन बंद आ रहे हैं. उनकी सरगर्मी से तलाश में पुलिस लगी हुई है. इस बीच, आरोपियों की तलाश में पुलिस ने कई संभावित ठिकानों पर दबिश दी है, पर एक भी आरोपी नहीं पकड़ा जा सका है. घटना को लेकर शिकायतकर्ता रोहित जायसवाल ने बताया कि मकान के छज्जे को लेकर पुराने विवाद के बीच गत आठ मार्च को सुबह उनके पिता को घर से बाहर बुलाया गया. फिर आरोपी राकेश जायसवाल व उनके दोनों पुत्रों ने मिल कर पहले कथित तौर पर कपिल देव को बेदम पीटा. फिर लोहे के रॉड से उनके सिर पर हमला कर दिया. इससे बुरी तरह जख्मी कपिल देव जायसवाल को पहले नजदीकी गौरी देवी अस्पताल, फिर अन्य अस्पताल में ले जाया गया. वहां हालत नाजुक देख कर मरीज का डॉक्टरों को ऑपरेशन करना पड़ा. लेकिन हालत बिगड़ने पर उन्हें दुर्गापुर आइक्यू अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान शनिवार सुबह उनकी मौत हो गयी.रोहित ने आगे बताया कि घटना को लेकर कई बार अपने जायसवाल समाज के अधिकारियों और कबाड़ी पट्टी संगठन के अधिकारियों को भी कहा गया था. मामले को लेकर स्थानीय पंचायत सदस्य पंकज जायसवाल ने कहा कि कई बार वे लोग इस मामूली विवाद को लेकर बैठक कर चुके हैं. लेकिन राकेश जायसवाल और उनका परिवार फैसले को भी नहीं मान रहा था. वहीं, यह विवाद इतना गहराने लगा कि मामला कोर्ट तक चला गया.
घटना को लेकर पानागढ़ जायसवाल समाज चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष सुरेश चंद्र जायसवाल ने कहा कि कपिल देव जायसवाल के देहांत से हमलोग मर्माहत हैं. अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान भी उनसे मुलाकात की थी. जो कुछ भी हुआ, वो नहीं होना था. चूंकि अब मामला पुलिस के अधीन है, तो वह अपना कार्य करेगी.मामले को लेकर कांकसा एसीपी सुमन कुमार जायसवाल ने कहा कि घटना को बाद से सभी आरोपी फरार हैं. उनकी सरगर्मी से तलाश की जा रही है. जल्द ही आरोपी पुलिस के शिकंजे में होंगे. पुलिस हरसंभव पहलू से मामले की जांच में लगी है. हमले में जख्मी व्यापारी की मौत की खबर मिलते ही शोक में पानागढ़ कबाड़ी पट्टी मार्केट को बंद रखा गया. बड़ी संख्या में स्थानीय व्यवसायी अस्पताल पहुंचे और शोकाकुल परिवार से संवेदना जतायी.
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