बोलपुर.
मंगलवार को विश्वभारती शांतिनिकेतन में वसंत उत्सव धूमधाम से मना. केंद्रीय विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं और अधिकारियों के बीच ही वसंत उत्सव आयोजित हुआ. बाहरी लोगों के प्रवेश पर पूरी तरह से पाबंदी थी. हालांकि वसंत उत्सव आगामी 14 मार्च को है. लेकिन उस दिन विश्वभारती शांतिनिकेतन में वसंत उत्सव बंद रहेगा. उसके पहले ही मंगलवार को पारंपरिक रूप से वसंत उत्सव आयोजित कर लिया गया. वसंत उत्सव कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 7:00 बजे गौड़ प्रांगण से शुरू हुई. सुबह में वैतालिक के दौरान रबींद्र संगीत का आयोजन हुआ. शांतिनिकेतन में होली के पहले परंपरा के अनुसार वसंत उत्सव आयोजित हुआ, जिसमें रवायती गीत-संगीत पर छात्राओं ने नृत्य या. उस दौरान विश्वभारती के छात्र-छात्राओं के साथ ही अध्यापन से जुड़े सभी प्रोफेसर, कर्मचारी,आश्रम निवासी शामिल थे. उस दौरान विश्वभारती के कार्यवाहक कुलपति विनय कुमार सारेन ने कहा कि कविगुरु के सपनों का शांतिनिकेतन अब विश्व विरासत के अधीन है. स्वाभाविक रूप से, विरासत के संरक्षण के लिए परंपरा के दायरे में रह कर वसंत उत्सव मनाया गया. बाहरी लोगों व पर्यटकों को पूरी तरह से प्रवेश करने से प्रतिबंधित कर दिया गया था. इसके अलावा, यह भी सख्ती से निर्देश दिया गया था कि सभी छात्र-छात्राएं ने अबीर से होली खेली. इसमें गीले रंग से परहेज किया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है