प्रणव कुमार बैरागी, बांकुड़ा.
दुर्गा पूजा के पहले जहां मूर्ति कलाकार प्रतिमाओं को अंतिम रूप देने में व्यस्त हैं, वहीं बांकुड़ा के कलाकार इंद्रनील चट्टोपाध्याय ने अपनी अनूठी कला से सबको हैरान कर दिया है. उन्होंने 11 इंच की कांच की बोतल में न केवल मां दुर्गा, बल्कि पूरे परिवार की प्रतिमा तैयार की है. इस अद्भुत कलाकृति ने लोगों का ध्यान खींचा है और यह इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है.नाव पर विराजमान माता दुर्गा और उनका परिवार
इंद्रनील ने बताया कि इस बार मां दुर्गा नाव पर सवार हैं. मां शेर पर विराजमान हैं, उनके बगल में कार्तिक बैठे हैं, लक्ष्मी और सरस्वती उनके साथ हैं, जबकि गणेश नाव खे रहे हैं. खास बात यह है कि इस बार किसी भी देवता को हथियारों के साथ नहीं दिखाया गया है.
मेहनत व कलात्मक बारीकी
कलाकार ने बताया कि उन्होंने 11 इंच की सॉस बोतल के भीतर 6×2 इंच की मूर्ति तैयार की. इसके लिए मिट्टी, चिकनी मिट्टी, पेंट, कपास और एक पतले तार का इस्तेमाल किया गया. तार की मदद से छोटे से मुंह से प्रतिमा के हिस्से बनाये गये. इस कलाकृति को तैयार करने में करीब एक महीने का समय लगा.
पहले भी कर चुके हैं अनोखे प्रयोग
इंद्रनील चट्टोपाध्याय पहले भी बोतलबंद दुर्गा प्रतिमा बना चुके हैं. उन्होंने अखरोट, चावल, गेहूं, बांस, लौकी, छोले, चाक और पेंसिल पर भी दुर्गा की प्रतिमाएं उकेरी हैं. उनकी यह अनोखी कला बांकुड़ा की पहचान बनती जा रही है.
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