पुरुलिया. भीषण गर्मी के बीच जिला के बांदवान प्रखंड क्षेत्र के कुमड़ा इलाके के आदिवासी बहुल लेदासोल गांव में पेयजल की समस्या विकट हो गयी है. स्थानीय गांववालों ने बार-बार प्रशासन के विभिन्न विभागों में लिखित जानकारी दी, फिर भी पानी के मसले के हल की दिशा में कुछ भी नहीं किया गया. गांव के बाशिंदे कार्तिक सिंह सरदार, कनकलता हेम्ब्रम ने बताया कि गर्मी आरंभ होते ही पहाड़ व जंगलों के बीच हमारे गांव में पेयजल की समस्या गहरा जाती है. गांव में पाइपलाइन से जल पहुंचाने की व्यवस्था नहीं की गयी है. नेता आते हैं और बस बड़े-बड़े वादे व आश्वासन देकर चले जाते हैं. गांव में है केवल तीन चापाकल हैं, जिसमें से दो पूरी तरह से खराब हो चुका है. गांव के एक टोले में एक चापानल किसी तरह से चल रहा है पर इसे तीन टोले के हजारों लोगों का प्यास नहीं बुझती है बाध्य होकर हम लोग गांव से कुछ दूरी पर कुआं से पानी लाकर किसी तरह अपना प्यास बुझाते हैं पर इस गर्मी में कुआं में भी पानी कम हो गया है और पानी काफी दूषित हो रहा है प्रशासन को इस बारे में हम लोगों ने कई बार जानकारी दिया है हम लोगों का मांग है जल्द से जल्द गांव में एक सोलर वाटर पंप प्रोजेक्ट बैठाया जाए ताकि हम लोग आसानी से पिये जल मिल सके. वान्दुआन पंचायत समिति के सभापति रिंकू महतो ने बताया इस गांव में पानी की कमी की जानकारी हम लोगों को मिली है जल्द ही गांव में सोलर वाटर पंप स्टोरेज बैठाया जाएगा ताकि गांव वालों को आसानी से पिए जल उपलब्ध हो सके पर यह क्षेत्र पूरी तरह से पहाड़ और जंगलों से गिरा होने के कारण सोलर वाटर पंप स्टोरेज निर्माण कार्य करने में थोड़ी समस्या हो रही है उम्मीद करते हैं जल्द ही समस्या का समाधान हो जायेगा.
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