उठे सवाल : क्षतिग्रस्त मूर्ति को कैसे प्रिजन वैन में ले गयी पुलिस रानीगंज. राज्य के दक्षिण 24 परगना जिले के काकद्वीप में कथित तौर पर काली प्रतिमा को तोड़े जाने की घटना की आंच रानीगंज में भी महसूस की गयी. गुरुवार को रानीगंज प्रखंड विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के सदस्यों ने सड़क पर उतर कर उक्त घटना के खिलाफ जोरदार प्रतिवाद जताया और मामले में पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठाये. विहिप के सदस्यों की शिकायत है कि एक तो काकद्वीप में देवी के विग्रह को शरारती तत्वों ने तोड़ा, ऊपर से विग्रह के क्षतिग्रस्त हिस्से को वहां की पुलिस बंदियों के प्रिजन वैन में लेकर गयी. विहिप के मुताबिक इससे पुलिस की संवेदनहीनता का पता चलता है. उक्त घटना पर विहिप ने तीव्र विरोध जताया. गुरुवार को रानीगंज प्रखंड विहिप कार्यकर्ताओं ने शहर के एक काली मंदिर में पूजा-अर्चना कर काकद्वीप की घटना पर भारी नाराजगी जतायी और मामले में शरारती तत्वों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की. विहिप के आसनसोल जिला असिस्टेंट सेक्रेटरी, तेज प्रताप सिंह ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि परसों दक्षिण 24 परगना जिले में जो घटना हुई, उसकी जितनी निंदा की जाये कम है. आरोप लगाया कि असामाजिक तत्वों ने काली प्रतिमा को खंडित किया और ऐसे तत्वों पर कार्रवाई करने के बजाय पुलिस मां काली की टूटी प्रतिमा को अपने पिजन वैन में उठा कर ले गयी. तेज प्रताप सिंह ने पुलिस प्रशासन की कार्रवाई को ‘एकतरफा’ बताते हुए कहा कि इससे साफ है कि पुलिस असल अपराधियों को पकड़ना नहीं चाहती बल्कि बस मामले को रफा-दफा करना चाहती है. उन्होंने यह भी कहा कि हिंदुओं के आराध्य का अपमान करने की यह नयी घटना नहीं है. इस दौरान विश्व हिंदू परिषद के आसनसोल जिला असिस्टेंट सेक्रेटरी तेज प्रताप सिंह के अलावा, विश्व हिंदू परिषद के रानीगंज प्रखंड के सचिव विश्वजीत गोराई, बजरंग दल के संदीप गोस्वामी, राहुल सिंह, रोहन सिंह, बिहू मंडल, प्रजापति निहाल राम, आदित्य चौहान, पिंटू यादव आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे.
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