आसनसोल.
कुल्टी थाना क्षेत्र के ब्रम्हचारी स्थान, अकबर बागान इलाके की एक युवती अपना मोबाइल फोन रिपियरिंग करने को देकर बड़ी बुरी तरह फंस गयी. मोबाइल फोन में उसका सिमकार्ड रह गया. जिसके कारण उसके बैंक से पैसे निकल गया. यह मामला सुलझाने गयी तो मोबाइल फोन में उसके कुछ निजी फोटो को लेकर ब्लैकमेलिंग के चक्कर में फंसकर कुल 6.05 लाख रुपये गंवा दिया. इस घटना को लेकर पीड़िता ने कुल्टी थाना क्षेत्र के लच्छीपुर गेट इलाके के निवासी सागर राय, आकाश महतो, सुष्मिता सरकार और अमन साव को आरोपी बनाकर अदालत में शिकायत की. अदालत के निर्देश पर साइबर क्राइम थाना आसनसोल में कांड संख्या 25/25 में आरोपियों के खिलाफ बीएनएस की धारा 316(2)/318(4)/308(2) के तहत प्राथमिकी दर्ज हुई. साइबर क्राइम थाना के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि कभी भी मोबाइल फोन मरम्मत करने के दें तो कुछ जरूरी बातें ध्यान में रखें कि सिमकार्ड न हो और फोन में कुछ ऐसा न ही जिससे आप ब्लैकमेलिंग का शिकार हों. फोन में सारा कुछ डिलीट करने के बाद भी उसे रिकवर किया जा सकता है. जागरूकता ही बचाव है.क्या है पूरा मामला
ब्रम्हचारी स्थान, अकबर बागान इलाके की निवासी युवती ने अपनी शिकायत में बताया कि वह अपना मोबाइल फोन मरम्मत के लिए एक दुकान में दी. उस मोबाइल फोन में सिमकार्ड लगा हुआ था जिसे निकालना वह भूल गयी. 31 दिसंबर को उसे मैसेज मिला कि उसके पीएनबी बैंक के खाते से पैसा निकल गया है. वह तुरंत दुकानदार के पास जाकर यह पूछा कि उनके खाते से पैसा कैसे निकला. इसी को लेकर बहस होने लगी तो स्थानीय लोगों से पता चला कि यह इसी तरह का फ्रॉड करता है. बैंक से पैसा निकासी के विषय में बात कर रही थी कि इसी दौरान सागर राय नामक व्यक्ति ने उसके निजी फोटो और वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर पैसे की मांग की. युवती ने फोटो और वीडियो वायरल नहीं करने के एवज में सागर के अकाउंट में 2.05 लाख रुपये दिए. इसे लेकर ब्लैकमेलिंग चलता रहा और युवती ने कुल 6.05 लाख रुपये का भुगतान किया. जिसके बाद मामले को लेकर अदालत में शिकायत की.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है