पानागढ़ : राज्य की मुख्यमंत्री के बार-बार हस्तक्षेप के बावजूद अवैध कोयला तस्करी का मामला रुकने का नाम नहीं ले रहा है. इन दिनों वीरभूम जिले में धड़ल्ले से कोयला खनन व तस्करी पुलिस की नाक के नीचे जारी है. शाम ढलते ही बैलगाड़ी, साइकिल, वैन रिक्शा के साथ ही ट्रकों में बेधड़क कोयला अवैध ढंग से भेजना जारी हो जाता है. यह सब कुछ पुलिस के सामने ही हो रहा है. पुलिस देखते हुए भी नजरअंदाज कर रही है.
अवैध कोयला कारोबारियों ने तस्करी का नया तरीका ढूंढ िनकाला है. हाथी, घोड़ा की तस्वीर छपी स्लिप अवैध कोयला तस्कर पुलिस को दिखाते है और पुलिस बिना कोई सवाल पूछे अवैध कोयला लदे वाहन को छोड़ दे रही है. जिले भर के थाना क्षेत्रों में यह स्लीप रामबाण का काम कर रहा है. वीरभूम जिले के कांकड़तला थाना इलाके में मौजूद बड़कला कोयला डिपो में यह नजारा देखने को मिला. खुलेआम कोयला तस्करी का कारोबार बेरोकटोक जारी है.
कांकड़तला थाना के हातीशाल के मौलिक लोकपुर बुदपुर ग्राम निवासी शेख आजमत इस कार्य में लगे हुये हैं. हाथी, घोड़ा, बेलचा की तस्वीर वाली स्लिप (पैड) चला रहे हैं. इसे देख पुलिस अवैध कोयला लदे वाहनों को छोड़ दे रही है. अवैध कोयला तस्करी में उक्त पैड चलाया जा रहा है. शेख आजमत अवैध खनन कर लाने वाले कोयला तस्करों को उक्त पैड क्रमांक नंबर दे रहे हैं. इसके बाद अवैध कोयला कारोबारी पैड को लेकर जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों से पुलिस के समक्ष ही बेरोकटोक चले जा रहे हैं.
यदि पुलिस कहीं रोकती भी है तो उक्त पैड देखकर बिना किसी सवाल के वाहन को छोड़ दिया जा रहा है. इसी पद्धति से यह अवैध कोयला तस्करी खुलेआम वीरभूम जिले में जारी है. झारखंड से भी आने वाले कोयला वाहन उक्त पैड लेकर ही आगे बढ़ते है. उक्त अवैध कोयला ईंटभट्ठा, कोयला डिपो तथा कुछ कल-कारखानों समेत बर्दवान जिले में भी प्रवेश कर रहा है. खयराशोल, लोकपुर से चंद्रपुर राजनगर थाना क्षेत्रों में भी यह नजारा देखने को मिल रहा है. प्रतिदिन डेढ़ हजार बड़े-छोटे वाहनों से कोयले की तस्करी हो रही है.